दिल्ली में केंद्र सरकार पर गरजीं ममता, कहा-अविश्वास प्रस्ताव लाएगी TMC

दिल्ली में केंद्र सरकार पर गरजीं ममता, कहा-अविश्वास प्रस्ताव लाएगी TMC

दिल्ली में केंद्र सरकार पर गरजीं ममता, कहा-अविश्वास प्रस्ताव लाएगी TMCनई दिल्ली : बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई और महंगाई को लेकर सरकार पर बरसते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने आज संकेत दिये कि उनकी पार्टी संसद के अगले सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों से उसका समर्थन करने की अपील की।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने राजधानी के जंतर मंतर पर आयोजित विरोध रैली में कहा कि उन्होंने सुना है कि आम चुनाव पहले कराये जा सकते हैं और उन्हें अगले साल मार्च में कराया जा सकता है। रैली में राजग संयोजक शरद यादव ने भी भाग लिया।

कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, हम भी इस सरकार को नहीं चाहते। यदि जरूरत पड़ी तो हम इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने को भी तैयार हैं। केन्द्र की संप्रग सरकार से समर्थन वापस ले चुकी तृणमूल के लोकसभा में 19 सांसद हैं।

तृणमूल ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, डीजल मूल्यवृद्धि तथा रसोई गैस सिलेंडर की सीमा निर्धारित किये जाने के विरोध में यह रैली आयोजित की है। ममता ने कहा कि वह इन निर्णयों के खिलाफ एक प्रस्ताव भी ला सकती हैं।

उन्होंने कहा, मैंने सुना है कि मार्च में चुनाव होंगे। मैं प्रस्ताव के लिए तैयार हूं। ममता ने अन्य राजनीति दलों से अपील की कि वे सरकार का समर्थन नहीं करें। उन्होंने राजनीतिक दलों से कहा कि वे एफडीआई और अन्य मुद्दों पर हालिया फैसलों के खिलाफ लाये जाने वाले उनके प्रस्ताव का समर्थन करें।

तृणमूल प्रमुख ने कहा, मैं संसद के अगले सत्र में सरकार के खिलाफ एक प्रस्ताव लाने के लिए अन्य दलों के साथ काम करने को तैयार हूं। मैं अन्य राजनीतिक दलों से अनुरोध करूंगी कि वे सरकार का समर्थन नहीं करें। संप्रग सरकार पर आम आदमी के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अगले माह से देश भर में अभियान शुरू करेगी।

अपनी योजना का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में 19 एवं 20 नवंबर को 48 घंटे का धरना देगी। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि इन्हीं तिथियों पर छठ पूजा पड़ रही है लिहाजा उन्होंने प्रस्तावित धरने की तारीख को 22 एवं 23 नवंबर को करने का निर्णय किया है।

ममता ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत देश भर में धरने आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बदले की भावना के साथ काम कर रही है तथा अपने विरोधियों को निशाना बनाने के लिए सीबीआई का दुरूपयोग कर रही है।

तृणमूल प्रमुख ने कहा, मैं यहां सभी को आगाह करना चाहती हूं। केन्द्र सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। वह हमारे खिलाफ कई काम करेगी। यदि लोग विरोध करेंगे तो उन्हें धमकाने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया जायेगा। उन्होंने कहा, मैं किसी से नहीं डरती। मैं जेल जाने या मरने से नहीं डरती। मैंने गोलियों का भी सामना किया है लेकिन इसके बावजूद मैंने सड़कों पर धूप में आम आदमी के साथ काम किया।

केन्द्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए ममता ने कहा, यदि मैं दिल्ली आयी हूं तो आप इतना क्रोधित क्यों हैं। क्या दिल्ली भारत से बाहर है। यदि आप इतना क्रोधित हैं तो हम अगली बार बर्फ लायेंगे। लेकिन वह भी केवल आम आदमी के लिए होगी। उन्होंने दावा किया कि बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लागू करने का फैसला केवल वालमार्ट जैसी अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है।

तृणमूल प्रमुख ने कहा, अमेरिका में, वालमार्ट के लिए यह जरूरी है कि वह स्थानीय कंपनियों से 70 प्रतिशत खरीद करे। लेकिन हमारी सरकार ने 30 प्रतिशत स्थानीय खरीद के लिए उस उपबंध को भी हटा दिया है। यह केवल वालमार्ट जैसी कंपनियों को मुनाफा पहुंचाने के लिए किया गया है। उन्होंने खुदरा व्यापारियों से देश में विरोध प्रदर्शन करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई लागू नहीं हो।

ममता ने महानगरों में टीवी देखने के लिए डिजिटल सेट टाप बाक्स को लगाने को अनिवार्य बनाये जाने के सरकार के निर्णय का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, इस निर्णय की क्या जरूरत थी। क्या वे (सरकार) नहीं चाहते कि गरीब लोग केबल टीवी देखें। केन्द्र सरकार पर भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, सरकार को बचाना हमारा दायित्व था। लेकिन देश को बचाना उससे भी बड़ा दायित्व है, हम एक भ्रष्ट सरकार का साथ नहीं दे सकते। उन्होंने केन्द्र सरकार के कामकाज के तरीको पर भी सवाल उठाये।

ममता ने कहा, वे (सरकार) वही करते है जो उन्हें पसंद आता है। वे कुछ नहीं पूछते। वे तब भी नहीं सुनते जबकि सरकार के पास बहुमत नहीं है। सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की सीमा तय किये जाने के निर्णय पर उन्होंने कहा, मैंने केन्द्र सरकार से लिखकर यह पूछा था कि दोपहर भोजन योजना आदि चलाने के बारे में उनकी क्या योजना है। प्रत्येक राज्य सरकार को यह बात पूछनी चाहिए। छह सिलेंडरों से कुछ नहीं होगा और लोग भूखे रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह सभी राज्यों में विरोध प्रदर्शन करेंगी और लोगों पर मौजूदा सरकार को हटाने के लिए दबाव बनायेंगी।

अपने भाषण के दौरान मंच के समीप हो.हल्ला होने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ममता ने कहा कि उनके पास इस बात की सूचना है कि सरकार ने वहां अपने कुछ आदमियों को भेजा है। उन्होंने कहा, मेरे पास पहले से ही इस बात की सूचना थी कि यहां अड़चन पैदा करने के लिए कुछ लोगों को भेजा गया है। मैं सभी लोगों से शांति बनाये रखने और हमारी बैठक को शांतिपूर्ण ढंग से चलने देने की अपील करती हूं। तृणमूल प्रमुख ने अपनी ‘‘टूटी-फूटी’’ हिन्दी के लिए लोगों से क्षमा मांगी। राष्ट्रगान के साथ यह धरना संपन्न हुआ। (एजेंसी)


First Published: Monday, October 1, 2012, 14:49

comments powered by Disqus