Last Updated: Friday, October 7, 2011, 04:06
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली: दिल्ली ब्लास्ट मामले में एक अहम गिरफ्तारी हुई है. सूत्रों के हवाले से यह बात कही जा रही है कि दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में बम हिज्बुल कमांडर ने रखा था. एनआईए की टीम ने एक आरोपी वसीम अकरम मलिक को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि मलिक के भाई जुनैद ने ही दिल्ली हाईकोर्ट परिसर में बम रखा था जो हिज्बुल मुजाहिद्दीन का कमांडर है.
दिल्ली की एक अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को वसीम अकरम मलिक से पूछताछ करने की अनुमति देते हुए 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. विशेष एनआईए न्यायाधीश एच.एस. शर्मा ने बांग्लादेश में यूनानी चिकित्सा के छात्र मलिक को पूछताछ के लिए एनआईए को सौंप दिया. जांच अधिकारियों ने विस्फोट की साजिश में इसे अहम कड़ी करार दिया. इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हुई थी और 70 से अधिक लोग घायल हुए थे.
अदालती सूत्रों ने बताया कि बंद कमरे में सुनवाई के दौरान मलिक ने राज्य के खर्चे पर मिली कानूनी सहायता को ठुकरा दिया लेकिन जांच में सहयोग करना शुरू किया. सूत्रों ने बताया कि मलिक के बारे में सूचना अजहर अली ने दी जो हिज्बुल मुजाहिदीन का कार्यकर्ता है. वह जम्मू के कोटबलवल जेल में 2009 से बंद है.
इस बीच, एक अन्य घटनाक्रम में विशेष अदालत ने मेडिकल रिपोर्ट में नाबालिग पाए जाने के बाद सह आरोपी आबिद हुसैन को बाल न्याय बोर्ड में भेज दिया. हुसैन ने इससे पहले अदालत से कहा कि उसका जन्म 1994 में हुआ था और वह बालिग है और उसके आधिकारिक रिकार्ड में उसकी वास्तविक जन्मतिथि दर्ज नहीं है. सूत्रों ने बताया कि हुसैन ने न्यायाधीश से कहा कि वह उसकी जन्म की तारीख और महीने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं. इससे पहले, दिन में अदालत ने सह आरोपी आमिर अब्बास देव को सात दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
First Published: Friday, October 7, 2011, 20:45