Last Updated: Sunday, December 30, 2012, 16:28

नई दिल्ली : सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 23 वर्षीया युवती के शव को सिंगापुर से लाए जाने के तत्काल बाद रविवार तड़के बेहद गोपनीयता से उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
अंतिम संस्कार के बाद भी आक्रोशित सैकड़ों लोग रविवार को जंतर मंतर पर जुटे। उन्होंने दुष्कर्म कानूनों में बदलाव कर और भी कड़ा बनाने की मांग की। जब युवती का शव यहां लाया गया, उस समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हवाई अड्डे पर मौजूद थे। गत 16 दिसम्बर को दिल्ली में युवती के साथ चलती बस में मारपीट और दुष्कर्म किया गया था। लड़की प्रशिक्षु फिजियोथेरेपिस्ट थी।
सूत्रों के अनुसार मनमोहन सिंह और सोनिया ने लड़की के परिवार के सदस्यों से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि शव रविवार सुबह यहां लाया गया और फिर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आर. पी. एन. सिंह अंतिम संस्कार में शामिल हुए। अंतिम संस्कार पूरी तरह से गोपनीय तरीके से किया गया।
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि परिजनों के साथ शव तड़के साढ़े तीन बजे दिल्ली लाया गया था। पीड़िता के शव का सिंगापुर में अंत्य परीक्षण के बाद एयर इंडिया के चार्टर्ड विमान से भारत लाया गया।
जंतर मंतर पर मौजूद दीपाली शर्मा नाम की एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम दुष्कर्म मामले की तीव्र सुनवाई चाहते हैं। हम कड़े कानून की मांग करते हैं तब तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे। जंतर मंतर पर पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए महिला, पुरुष, बच्चे एवं बूढ़े भी मौजूद थे।
पुलिस ने इंडिया गेट एवं रायसीना हिल के आसपास निषेधाज्ञा लागू कर दिया है और इन इलाकों की तरफ जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया है। इंडिया गेट के आसपास के सभी 10 मेट्रो स्टेशन रविवार को भी बंद रहे। हालांकि बाद में पांच मेट्रो स्टेशनों को खोल दिया गया।
इससे पहले, मेट्रो रेल के एक अधिकारी ने कहा कि यात्री हालांकि राजीव चौक और सेंट्रल सेक्रेटेरिएट स्टेशनों पर रेलगाड़ियां बदल सकेंगे। लेकिन इन स्टेशनों में प्रवेश करने या यहां से बाहर निकलने की अनुमति किसी को नहीं होगी।
ज्ञात हो कि गत 16 दिसम्बर को युवती के साथ चलती बस में दुष्कर्म किया गया था और उसे तथा उसके पुरुष मित्र को बेरहमी से पीटने के बाद दोनों को सड़क किनारे फेंक दिया गया था। पीड़िता को दस दिनों तक सफदरजंग अस्पताल में रखा गया था। हालत बिगड़ने के बाद उसे सिंगापुर ले जाया गया था, जहां शनिवार तड़के उसने दम तोड़ दिया।
इससे पहले, देशभर में फैले आक्रोश और मातम के बीच सामूहिक बलात्कार पीड़िता युवती के पार्थिव शरीर को विशेष विमान के जरिए दिल्ली लाए जाने के तुरंत बाद रविवार तड़के उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
एयर इंडिया का विशेष विमान दामिनी (पीडि़त युवती) का पार्थिव शरीर को लेकर तड़के करीब साढ़े तीन बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। विमान को हवाई अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में ले जाया गया जहां प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी मौजूद थे। सिंह और सोनिया ने लड़की के परिजनों से बात की और उन्हें ढांढस बंधाया। लड़की का पार्थिव शरीर महावीर एन्क्लेव स्थित उसके आवास ले जाया गया और धार्मिक रस्में पूरी की गईं। इसके बाद उसे द्वारका सेक्टर 24 स्थित शवदाह गृह ले जाया गया।
घर के आसपास से लेकर शवदाह गृह तक दिल्ली पुलिस और रैपीड एक्शन फोर्स के जवान बड़ी संख्या में तैनात थे। घने कोहरे के बीच ही लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पत्रकारों को शवदाह गृह में जाने की अनुमति नहीं दी गई।
गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, पश्चिमी दिल्ली के सांसद महाबल मिश्रा, दिल्ली भाजपा प्रमुख विजेन्द्र गुप्ता भी अंतिम संस्कार के समय श्मशान घाट में मौजूद थे। श्मशान घाट में मीडिया को जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। युवती के शव को एक निजी अस्पताल की एम्बुलेंस से पालम तकनीकी क्षेत्र के रास्ते हवाई अड्डे से बाहर लाया गया। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित के शव को लेकर एयर इंडिया के एआईसी 380 विमान ने स्थानीय समयानुसार करीब साढ़े 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात्रि दस बजे) उड़ान भरी थी। पीड़ित युवती ने शनिवार को तड़के चार बजकर 45 मिनट पर (भारतीय समयानुसार तड़के सवा दो बजे) अंतिम सांस ली थी।
भारत सरकार द्वारा भेजे गए चार्टर्ड विमान में पीड़ित के परिवार के सदस्य साथ थे जो वहां युवती को इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के समय से ही उसके साथ थे। युवती को बेहद गंभीर हालत में सिंगापुर ले जाया गया था। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़ित युवती के तीन आपरेशन किए गए थे। हमले के कारण उसके अंदरूनी अंगों में बहुत चोटें आई थीं। उसे इलाज के दौरान दिल का दौरा भी पड़ा और उसके मस्तिष्क में भी चोट लगी हुई थी। सिंगापुर में पीड़ित के दम तोड़ने के बाद पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोप लगाए हैं, जिसमें दुर्लभ से दुर्लभतम मामलों में मौत की सजा का प्रावधान है। पुलिस तीन जनवरी को आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करेगी। जांचकर्ताओं का कहना है कि वे दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग करेंगे।
गौर हो कि फिजियोथरेपी की छात्रा का 16 दिसंबर की रात को नृशंस तरीके से दक्षिणी दिल्ली में एक चलती बस में कथित रूप से छह लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था। उसे इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बेहतर इलाज के लिए उसे बाद में सिंगापुर ले जाया गया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 30, 2012, 08:55