दिल्‍ली गैंगरेप की पीड़ित युवती की हालत बेहद गंभीर, ब्रेन में भी हुई इंजुरी- Delhi gang-rape: Victim remains extremely critical, say Singapore doctors

दिल्‍ली गैंगरेप की पीड़ित युवती की हालत बेहद गंभीर, ब्रेन में भी हुई इंजुरी

दिल्‍ली गैंगरेप की पीड़ित युवती की हालत बेहद गंभीर, ब्रेन में भी हुई इंजुरीज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

सिंगापुर : सुपर स्पेशयलिटी माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती होने के एक दिन बाद भी दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई 23 वर्षीय छात्रा की हालत ‘बहुत गंभीर’ बनी हुई है। सिंगापुर में पीडि़त युवती का शुक्रवार को मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया। जिसमें बताया गया कि पीडि़त के फेफड़ों में भी इंफेक्‍शन फैल गया है। वहीं पीडि़ता को अब ब्रेन इंजुरी भी हुई है। भारतीय दूतावास डॉक्‍टर के संपर्क में लगातार बने हुए हें।

सिंगापुर के अस्‍पताल से पीडि़ता के बारे में भारत में अच्‍छी खबर का इंतजार किया जा रहा है। हालत सुधरने पर पीडि़ता का अंग प्रत्‍यारोपण किया जा सकता है। दिल्‍ली से पीडि़ता के साथ गई मेडिकल टीम आज भारत लौट आएगी। वहीं, भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में है।

जब अस्पताल के अधिकारियों से शुक्रवार को संपर्क किया गया तो उन्होंने जानकारी दी कि पीड़िता की हालत गुरुवार रात जैसी ही बनी हुई है। अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाक्टर केल्विन लोह ने गुरुवार रात एक बयान में कहा था कि मरीज की स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है। उसका माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में इलाज चल रहा है। डाक्टर ने कहा कि यहां आने से पहले पीड़िता के पेट की तीन सर्जरी हो चुकी हैं और उसे भारत में दिल का दौरा भी पड़ चुका है।

उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों का एक दल उस पर नजर बनाए हुए है और उसकी स्थिति को स्थिर बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। अस्पताल में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और आईसीयू में प्रवेश देने से पहले हर व्यक्ति की जांच की जा रही है।

इस बीच, एक दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित लड़की का परिवार मानसिक पीड़ा झेल रहा है लेकिन वे कई लोगों के शुक्रगुजार हैं। खबर में पीड़िता के पिता और उसके दो भाइयों से मिलने वाले एक सूत्र के हवाले से कहा गया कि पिता का कहना है कि उन्हें फिर से आश्वासन दिया गया है कि उनकी बेटी के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं और बाकी सब भगवान के हाथों में है। छात्रा के पिता इलाज और यात्रा सुविधा के लिए भारत सरकार और सिंगापुर के एहसानमंद हैं।

अखबार ने एक सूत्र के हवाले से कहा कि बलात्कार के सदमे के अलावा उन्हें (परिवार) इस विचार का आदी होना होगा कि वे अब विदेशी धरती पर हैं।
सूत्र ने कहा कि वे (परिजन) आम लोग हैं जिन्होंने कभी विमान में सवार होने या एयर एंबुलेंस में विदेश यात्रा करने का सपना नहीं देखा था। परिजन अंग्रेजी नहीं बोल पाते हैं और अस्पताल के कर्मचारियों से बात करने के लिए वे दुभाषिये पर निर्भर हैं। भारतीय उच्चायोग ने मदद के लिए परिवार के साथ एक अधिकारी नियुक्त किया है।

First Published: Friday, December 28, 2012, 10:51

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