दिल्‍ली गैंगरेप: पीडि़त लड़की की हालत और बिगड़ी, अगले 48 घंटे बेहद अहम- Delhi gangrape`s victim girl condition is still critical, say`s Doctor

दिल्‍ली गैंगरेप: पीडि़त लड़की की हालत और बिगड़ी, अगले 48 घंटे बेहद अहम

दिल्‍ली गैंगरेप: पीडि़त लड़की की हालत और बिगड़ी, अगले 48 घंटे बेहद अहमज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते रविवार को सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई 23 वर्षीय पैरामेडिकल की छात्रा की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। बुधवार को गैंगरेप पीडि़त लड़की का मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया।

जानकारी के अनुसार, डॉक्‍टरों ने बताया कि पीडि़त लड़की की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। मंगलवार को मुकाबले उसकी तबीयत और बिगड़ गई है। डॉक्‍टरों ने कहा कि पीडि़त छात्रा के लिए अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं। खून में इन्‍फेक्‍शन के कारण उसकी हालत और बिगड़ गई है।

चिकित्सकों को सामूहिक दुष्कर्म एवं दरिंदगी की शिकार युवती के आंत को घाव होने की आशंका के चलते निकालना पड़ा। चिकित्सकों ने बुधवार को कहा कि पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक है। घटना को सबसे भयावह घटनाओं में से एक करार देते हुए चिकित्सकों ने कहा कि युवती की आंत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी जिससे गैंगरीन होने का खतरा था और इसलिए उसे निकालना पड़ा।

अस्पताल प्रशासन ने कहा कि युवती की आंत का पहली बार ऑपरेशन सोमवार को किया गया था। सफदरजंग अस्पताल के अधीक्षक बी.डी. अठानी ने पत्रकारों से कहा कि वह गहन निगरानी में है और सभी आपातकालीन प्रक्रिया अपनाई जा चुकी है। चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता गहन चिकित्सा कक्ष में वेंटीलेटर पर है।

एक चिकित्सक ने बताया कि युवती का रक्तचाप कम है। उसकी धड़कन 130 और ब्लड प्लेटलेट्स 48000 हैं। स्वस्थ व्यक्ति में ब्लड प्लेटलेट्स 150,000 से 450000 के बीच रहता है। युवती का इलाज कर रहे चिकित्सकों में से एक के अनुसार कि वह अभी भी जीवन रक्षक प्रणाली पर अचेत है। उसके शरीर में कोई गति नहीं हो रहा है। बुधवार सुबह उसे थोड़ा होश आया लेकिन कुछ मिनट बाद वह फिर बेहोश हो गई।

वहीं, पीडि़त लड़की के स्‍वास्‍थ्‍य में बेहतरी के लिए देश भर में दुआओं के हाथ उठ रहे हैं। इस घटना के विरोध में आज दिल्‍ली में विभिन्‍न जगहों पर धरना-प्रदर्शन आयोजित किए गए। जंतर-मंतर, दिल्‍ली पुलिस के मुख्‍यालय और मुख्‍यमंत्री आवास के बाहर महिलाओं ने अपना विरोध जताया।

First Published: Wednesday, December 19, 2012, 18:14

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