देश का पहला निजी रेल इंजन फैक्ट्री मप्र में

देश का पहला निजी रेल इंजन फैक्ट्री मप्र में

भोपाल : देश का पहला निजी क्षेत्र का रेल इंजन बनाने का कारखाना मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के शेरपुर में स्थापित होगा। 300 करोड़ की लागत से स्थापित होने वाले इस कारखाने की आधारशिला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को रखी।

इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश की हर उन संभावनाओं को तलाशा जा रहा है जिससे प्रदेश के विकास को गति मिले तथा रोजगार के अधिकाधिक अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि सरकार की इसी सोच तथा प्रयासों के चलते मध्यप्रदेश ने आर्थिक और सामाजिक विकास में नये आयाम स्थापित किए हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने भविष्य की चर्चा करते हुए कहा कि आने वाले चार-पांच साल के दौरान प्रदेश का आर्थिक विकास एक बदले हुए रूप में सामने आएगा। बीते कुछ सालों से राज्य ने देश- विदेश के निवेशकों को काफी लुभाया है जिसके पीछे प्रदेश की भौगोलिक स्थिति तथा खासकर एक स्थाई संवेदनशील और जनहितैशी सरकार मुख्य आधार रही है। मुख्यमंत्री ने कारखाने के सफल होने की कामना करते हुए कहा कि यह प्रदेश के विकास को नई पहचान देने में कामयाब होगा। यह कारखाना क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इकाई की परियोजना लागत 210 करोड़ रुपए प्रस्तावित है। इसमें से 151.45 करोड़ का स्थाई पूंजी निवेश एवं 58.55 करोड़ रुपये कार्यशील पूंजी प्रस्तावित है। कारखाना में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1800 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है।

उल्लेखनीय है कि भारत में अभी डीजल लोकोमोटिव्स इंजनों का निर्माण चितरंजन एवं वाराणसी में सरकारी उपक्रमों (कारखानों) में होता है। निजी क्षेत्र में सीहोर जिले में प्रस्तावित उद्योग भारत में प्रथम है जिसमें अमेरिका से नवीन टेक्नोलॉजी के आधार पर डीजल लोकोमोटिव इंजनों का निर्माण होगा। निर्मित इंजनों में 40 प्रतिशत तक डीजल की खपत कम होगी तथा कार्बन उत्सर्जन भी कम होगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, October 27, 2012, 22:07

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