देश की सियासत में महिलाओं ने खींची नई लकीर

देश की सियासत में महिलाओं ने खींची नई लकीर

देश की सियासत में महिलाओं ने खींची नई लकीर नई दिल्ली : भारत की राजनीति में अब महिलाओं की भागीदारी में सिर्फ इजाफा ही नहीं हो रहा बल्कि जो महिलाएं अपनी-अपनी पार्टियों की कमान संभाल रही हैं या पार्टी की आला नेताओं में शुमार की जाती हैं, वे अब रिकॉर्ड भी कायम करने लगी हैं।

साल 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों से पहले सोनिया गांधी ने 127 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर बीते दिनों अपने 15 साल पूरे किए हैं। कांग्रेस भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी है।

अभिनेता से नेता बने एम.जी. रामचंद्रन के निधन के बाद साल 1987 में महासचिव के तौर पर अन्नाद्रमुक की कमान संभालने वाली जयललिता पहले ही पार्टी प्रमुख के तौर पर रजत जयंती यानी 25 साल पूरे कर चुकी हैं।

अपनी बहुजन समाज पार्टी की स्थापना के 25 साल पूरे होने के साथ ही मायावती भी अगले साल अपने चुनावी करियर की रजत जयंती मनाएंगी।

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी किसी से कम नहीं हैं। ‘दीदी’ के तौर पर मशहूर ममता अपनी पार्टी के प्रमुख के तौर पर पहले ही 15 साल पूरे कर चुकी हैं।

ममता ने दिवंगत सीताराम केसरी के कांग्रेस अध्यक्ष रहते एक जनवरी 1998 को अपनी अलग पार्टी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस बना ली थी। जब सोनिया ने गर्त में जा रही कांग्रेस की नैया पार कराने के लिए पार्टी अध्यक्ष का पदभार संभाला था, उससे महज दो महीने पहले ममता देश की सबसे पुरानी पार्टी को अलविदा कह चुकी थीं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 17, 2013, 15:22

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