Last Updated: Sunday, March 17, 2013, 00:06
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कांग्रेस नीत यूपीए सरकार और इशारों-इशारों में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस देश को एक्ट नहीं एक्शन चाहिए। एक पत्रिका द्वारा आयोजित कांफ्रेंस में मोदी ने करीब 40 मिनट के अपने भाषण में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर उनकी कथित निष्क्रियता और चुप्पी पर खूब हमला बोला। उन्होंने परोक्ष रूप से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘देश को अधिनियमों (एक्ट) की जरूरत नहीं है, उसे कार्रवाई (एक्शन) की जरूरत है।’
कांफ्रेंस में `विकास का नमो मंत्र` विषय पर अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि देश के विकास के लिए इच्छाशक्ति का होना सबसे जरूरी है। देश के विकास के लिए जनांदोलन जरूरी है। देश के विकास के लिए मानसिकता बदलना जरूरी है। मोदी ने कहा, `हमें अपनी चीजों पर गर्व होना चाहिए। गुजरात ने अपने संसाधनों पर गर्व किया। गुजरात ने अपने उपलब्ध साधनों से प्रदेश का विकास किया। मेरा मानना है कि गुजरात ने जो किया वह देश भी कर सकता। गुजरात ने एक उदाहरण पेश किया है।`
मोदी ने कहा कि विकास के लिए एक लक्ष्य होना चाहिए। इसके लिए सरकारी काम में बदलाव लाने की जरूरत है। जनता और सरकार में तालमेल का होना जरूरी है। ये नहीं चलेगा कि पांच साल एक सरकार चले और अगले पांच साल कोई और सरकार। इस मामले में गुजरात ने डेमोक्रेसी की नई परिभाषा पेश की है। देश के अन्य राज्यों में भी इस तरह की स्थितियां बनानी होंगी। प्रजातंत्र का मतलब सिर्फ पांच साल नहीं होना चाहिए।
भारत के पुनरुत्थान की अपनी योजना के हिस्से के तौर पर मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार को समाप्त करना और सुशासन उनके मंत्र हैं और ये ही देश को बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी भ्रष्टाचार को हटाने में मदद कर सकती है। मोदी ने यह भी कहा कि कार्यकाल में स्थिरता ही सुशासन की सफलता है।
तीसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने मोदी से जब पूछा गया कि आगामी आम चुनाव के लिए भाजपा किसे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर सामने ला रही है ? उन्होंने कहा कि लोगों को यह जानकर खुशी होनी चाहिए कि पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से चलाई जाती है जहां निर्णय लोकतांत्रिक तरीके से उसकी संसदीय समिति द्वारा लिए जाते हैं किसी एक परिवार के आधार पर नहीं।’ उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए यह बात कही।
मोदी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यदि गुजरात मॉडल बेहतर है तो उसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है। मुझे वहां आने की जरूरत नहीं है।’ नरेन्द्र मोदी ने कहा कि लोग उदाहरणों से सीखना और सफलता हासिल करना चाहते हैं और उनके लिए दिल्ली आना आवश्यक था, ताकि सफलता के गुजरात मॉडल को केंद्र में दोहराया जा सके। जब पूछा गया कि भाजपा में कौन उन्हें दिल्ली आने से रोक रहा है तो उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में जवाब दिया, ‘मैं दिल्ली में बैठा हूं। यदि किसी ने मुझे रोका होता तो मैं यहां कैसे बैठा होता।’
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनने की इच्छा पर किए गए सवालों से आज किनारा करते नजर आए और कहा कि उन्होंने कभी मुख्यमंत्री बनने का सपना भी नहीं देखा था। यह पूछने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, मोदी ने कहा, ‘मैंने जीवन में कुछ बनने का सपना कभी नहीं देखा। मैंने हमेशा कुछ करने की कोशिश की। ज्यादातर लोग कुछ बनने का सपना देखते हुए मर जाते हैं। मैं इस पर कभी नहीं चला।’
उन्होंने कहा, ‘जब तक मैं मुख्यमंत्री नहीं बना था मैंने वहां पहुंचने का सपना नहीं देखा था। मैं कभी किसी ज्योतिषी से भी नहीं मिला जिसने मुझे कहा हो कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा।’ उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसी को ‘बनने’ का नहीं ‘करने’ का सपना देखना चाहिए।
First Published: Saturday, March 16, 2013, 21:38