Last Updated: Wednesday, July 3, 2013, 21:34

गुवाहाटी: देश के आर्थिक हालात के लिए केंद्र की संप्रग सरकार की आलोचना करते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि एक अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री होने के बावजूद देश की वित्तीय सेहत बिगड़ रही है।
राजनाथ ने परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘देश की सत्ता मौनपुरुष के बजाय लौहपुरष के हाथों में होनी चाहिए। जो व्यक्ति कभी नहीं बोलता, उसे देश का प्रधानमंत्री नहीं होना चाहिए।’ जनवरी में भाजपा का अध्यक्ष बनने के बाद असम के अपने पहले दौरे पर गये राजनाथ ने भाजपा कार्यकर्ताओं की रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘देश को अर्थशास्त्री नहीं बल्कि यथार्थवादी प्रधानमंत्री चाहिए।’ देश की आर्थिक परिस्थितियों का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि राजग सरकार में महंगाई नियंत्रण में थी। लेकिन अब हर चीज महंगी हो रही है। राजकोषीय घाटा और चालू खाता घाटा बढ़ रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि रपये की कीमत घटने के पीछे कांग्रेस की सुनियोजित साजिश है क्योंकि पार्टी के नेता अब स्विस बैंकों में जमा काले धन को वापस ला रहे हैं। सभी समस्याओं के लिए कांग्रेस सरकार की खराब आर्थिक योजना और उसका भ्रष्टाचार जिम्मेदार हैं।
राजनाथ ने असम से राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री सिंह को असम में बांग्लादेशियों के अवैध प्रवेश के कारण कथित तौर पर क्रमिक और गंभीर जनसांख्यिकीय बदलाव के प्रति आगाह करते हुए केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि पड़ोसी देश से इस घुसपैठ को रोकने के लिए बातचीत की पहल की जाए।
राजनाथ ने रैली में कहा, ‘मनमोहन सिंह जी कृपया बोलिए और कुछ दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाइए। आपने नौ साल तक देश पर शासन किया है। कृपया इस मुद्दे (बांग्लादेशियों के अवैध प्रवेश के विषय) को बांग्लादेश के साथ उठाइए क्योंकि इससे पूरे पूर्वोत्तर में गंभीर जनसांख्यिकीय बदलाव होने वाले हैं।’ उन्होंने कहा कि देश को अपने पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते रखने चाहिए लेकिन अवैध घुसपैठ नहीं होने देनी चाहिए। सभा में भाजपा उपाध्यक्ष और प्रदेश के पार्टी मामलों के प्रभारी एस एस अहलूवालिया भी मौजूद थे।
अहलूवालिया ने कहा कि गुवाहाटी नगर निगम के हाल ही में संपन्न हुए चुनावों के नतीजों में सत्तारूढ़ कांग्रेस के बाद भाजपा का दूसरे नंबर पर आना पार्टी की प्रदेश में बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। पिछले महीने जीएमसी के चुनावों में कांग्रेस ने 31 वार्डों में से 19 में सफलता हासिल की वहीं भाजपा को 11 सीटों पर विजय मिली। असम गण परिषद को केवल एक वार्ड से ही संतोष करना पड़ा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 3, 2013, 21:11