Last Updated: Wednesday, September 11, 2013, 20:53
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि तंबाकू प्रयोग का अर्थव्यवस्था और समाज पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है तथा इस पर नियंत्रण के लिए राजनीतिक और जनस्वास्थ्य स्तर पर मिलकर कार्रवाई करने की जरूरत है। इसकी मांग और आपूर्ति में कमी लाने के लिए उन्होंने बहु-क्षेत्रीय नितियां बनाए जाने की भी जरूरत बताई।
सिंह ने 21वीं सदी में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को टेलीविजन के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा तंबाकू प्रयोग से 20वी शताब्दी में 10 करोड़ लोगों की जान गई है और यदि ‘इसे ठोस संकल्प से नहीं रोका गया तो’ इस सदी में इससे एक अरब लोगों की मौत होने की आशंका है। सम्मेलन का नारा था ‘तंबाकू से मुक्ति’।
उन्होंने कहा कि देश तंबाकू मुक्त समाज की दूरदृष्टि के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि संसद ने तंबाकू नियंत्रण के लिए व्यापक कानून बनाये हैं और 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में गुटखा उत्पादों की बिक्री और उत्पादन पर रोक की घोषणा की है।
उन्होंने सार्वजनिक धूम्रपान और तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन पर प्रतिबंध को भी रेखांकित किया जिससे तंबाकू इस्तेमाल में कमी लाने में मदद मिलती है। सिंह ने तंबाकू किसानों की चिंताओं को व्यक्त करते हुए कहा, ‘हम जब वैश्विक स्वास्थ्य को खतरा उत्पन्न करने वाले तंबाकू को खत्म करने की दिशा में दृढ़ता और प्रतिबद्धता से कार्य करते हैं तो हमें उन लोगों की भी मदद करनी चाहिए जो तंबाकू की खेती या इसके उत्पादन में लगे हुए हैं ताकि वे आर्थिक रूप से व्यवहारिक वैकल्पिक आजीविका की ओर बढ़ सकें।’
स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश तंबाकू के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया को लेकर एक अनोखी चुनौती का सामना कर रहा है क्योंकि देश में असंख्य प्रकार के तंबाकू उत्पादों का व्यापक इस्तेमाल किया जाता है जिसमें धूम्रपान और धूम्ररहित दोनों शामिल है। उन्होंने कहा कि वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण (2009-2010) के अनुसार चार में से एक यानी 27.5 करोड़ भारतीय किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में विश्व के सबसे अधिक धूम्ररहित तंबाकू प्रयोगकर्ता हैं । इसके साथ ही भारत में मुंह के कैंसर के सबसे अधिक 90 प्रतिशत मामले हैं जिसका कारण धूम्ररहित तंबाकू का सेवन है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की महानिदेशक मार्गेरेट चैन ने कहा कि तंबाकू उद्योग तंबाकू अभियान के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा, ‘तंबाकू एक ऐसा उत्पाद है जिसकी हमें निश्चित तौर पर जररत नहीं है। तंबाकू के लिए जवाब ना होना चाहिए।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 11, 2013, 20:53