Last Updated: Tuesday, August 20, 2013, 20:42

नई दिल्ली : देश में विभिन्न धार्मिक समुदायों में मुसलमानों का जीवन स्तर सबसे नीचे आंका गया है और वे रोज औसतन सिर्फ 32.66 रुपये (प्रति व्यक्ति) में जीवन यापन करते हैं। एक सरकारी सर्वे भारत के प्रमुख धर्म समूहों में रोजगार व बेरोजगारी की स्थिति में यह निष्कर्ष निकाला है। यह सर्वे राष्ट्रीय नमूना सर्वे संगठन (एनएसएसओ) ने कराया है। इसके अनुसार सिख समुदाय का औसत प्रति व्यक्ति खर्च 55.30 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति दिन, हिंदुओं में 37.50 रुपये तथा ईसाइयों में 51.43 रुपये प्रतिदिन आंका गया है।
इसके अनुसार, अखिल भारतीय स्तर पर 2009-10 में सिख समुदाय के परिवारों में औसत मासिक प्रतिव्यक्ति खर्च (एमपीसीई) 1659 रुपये, और मुस्लिम परिवारों में औसत प्रति व्यक्ति मासिक खर्च 980 रुपये रहा। औसतन पारिवारिक एमपीसीई को आय का प्रतीक माना जाता है और यह किसी परिवार के जीवन स्तर को परिलक्षित करता है।
इस सर्वे के अनुसार हिंदू तथा ईसाइयों के लिए औसत एमपीसीई कमश: 1125 रुपये और 1543 रुपये रहा। अध्ययन के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर औसत मासिक प्रति व्यक्ति खपत गांवों में 901 रुपये तथा शहरों में 1773 रुपये है। कुल मिलाकर औसत एमपीसीई 1128 रुपये है।
इसके अनुसार ग्रामीण इलाकों में मुस्लिम परिवार सबसे निचले पायदान पर हैं जिनका औसत एमपीसीई 833 रुपये है। उनके बाद हिंदू परिवारों में औसत एमपीसीई 888 रुपये, ईसाइयों में 1296 रुपये तथा सिख परिवारों में यह 1498 रुपये है। वहीं शहरी इलाकों में मुस्लिम परिवारों का औसत एमपीसीई सबसे कम 1272 रुपये, हिंदू का 1797 रुपये, ईसाई परिवारों का 2053 रुपये तथा सिख का 2180 रुपये है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 20, 2013, 20:42