Last Updated: Saturday, July 20, 2013, 16:53

गया : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली देश हित में नहीं है क्योंकि अधिकांश गड़बड़ी व भ्रष्टाचार के मामलों में पढ़े-लिखे लोगों की भूमिका रही है।
शहर के माडनपुर मोहल्ला स्थित दया प्रकाश सरस्वती विद्या मंदिर के भवन का लोकार्पण करते हुए भागवत ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली देश हित में नहीं है, क्योंकि अधिकांश गड़बड़ी व भ्रष्टाचार के मामलों में पढ़े-लिखे लोगों की भूमिका रही है।
उन्होंने कहा कि 90 से 100 प्रतिशत अंक लाना ही मेरिट नहीं है। हर क्षेत्र में बच्चों की सहभागिता होनी चाहिए। अभिभावकों को अपने बच्चों पर 100 प्रतिशत अंक लाने के लिए दबाव नहीं देना चाहिए।
भागवत ने कहा कि यह भ्रम है कि अंग्रेजी ही प्रगति का माध्यम है। पैसा कमाना ही सब कुछ नहीं है। बच्चों में संस्कार हो और वे संबंध व प्यार को जाने।
सर संघचालक ने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर बच्चों में राष्ट्र के पति समर्पण का भाव जगाता है। देश के प्रति उनकी क्या जिम्मेदारी है यह भाव पैदा करता है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 20, 2013, 16:53