Last Updated: Monday, February 27, 2012, 05:40
ज़ी न्यूज ब्यूरो बैंगलुरू : भारतीय जनता पार्टी के नेता बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को दावा किया कि गत वर्ष अवैध खनन पर लोकायुक्त की रिपोर्ट में शामिल बताए जाने के बाद उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहते समय केंद्रीय नेतृत्व ने उनको छह महीने बाद फिर से मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था।
अपने 70वें जन्मदिन के मौके पर पिछड़ा वर्ग मंच द्वारा आयोजित बैठक में येदियुरप्पा ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के पद के लिए इच्छुक नहीं हूं। चूंकि केंद्रीय नेतृत्व ने छह महीने बाद मुझे मुख्यमंत्री बनाए जाने का वादा किया था, इसलिए मैं अपनी खोयी हुई कुर्सी को वापस पाने के लिए दिल्ली गया था।
गौरतलब है कि पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने पिछले सप्ताह येदियुरप्पा को तगड़ा झटका देते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौडा के नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। येदियुरप्पा ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन विवाद को खत्म करने के लिए तीन मार्च को दिल्ली में आयोजित कोर कमेटी की बैठक में वह हिस्सा नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी मांगने के लिए दिल्ली नहीं जाउंगा, मुझे यह नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि गडकरी ने मुझसे कहा था कि सदानंद गौड़ा अस्थाई सीएम हैं। येदियुरप्पा ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि वह पार्टी से भविष्य में कुछ भी नहीं मांगेगे। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने दोबारा मुख्यमंत्री बनाने या फिर पार्टी में कोई बड़ा पद देने की मांग रखी थी लेकिन बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने येदियुरप्पा के अल्टीमेटम को ठुकराते हुए कुछ दिन पहले कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन से साफ इनकार कर दिया था। गडकरी ने कहा था कि उन्हें न्याय मिलेगा लेकिन मुख्यमंत्री फिलहाल सदानंद गौड़ा ही रहेंगे। येदियुरप्पा का सोमवार को जन्मदिन है और पार्टी को दिए हुए उनके अल्टीमेटम का आखिरी दिन भी।
First Published: Monday, February 27, 2012, 20:28