Last Updated: Friday, October 12, 2012, 15:39

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और उनके समर्थकों को पुलिस ने शुक्रवार को विरोध मार्च के दौरान हिरासत में ले लिया। केजरीवाल अपने समर्थकों के साथ प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने के क्रम में भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। इस दौरान केजरीवाल समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। पुलिस प्रदर्शनकारियों को वाहनों में भरकर ले गई।
केजरीवाल को हिरासत में लिए जाने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मुझे नहीं मालूम कि पुलिस मुझे लेकर कहां जा रही है। यदि मैं जेल गया तो बाहर नहीं निकलूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि आज जिसको जेल में होना चाहिए वह खुलेआम घूम रहा है।
इससे पहले, इंडिया अगेंस्ट करप्शन द्वारा कानून मंत्री सलमान खुर्शीद पर उनकी ओर से संचालित ट्रस्ट में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने उनके त्यागपत्र और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज विकलांग जनों के साथ यहां स्थित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास की ओर मार्च किया।
केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था लेकिन उनके कार्यालय ने उन्हें और विकलांग जनों को समय देने से इनकार कर दिया। मार्च का आयोजन राष्ट्रीय विकलांग पार्टी की ओर से किया गया था जिसे केजरीवाल के नेतृत्व वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन का समर्थन प्राप्त था। मार्च जनपथ से शुरू हुआ लेकिन पुलिस ने उसे 100 मीटर के बाद ही राजपथ चौराहे पर रोक दिया।
उन्होंने कहा कि खुर्शीद ने कानून मंत्री के पद का अपमान किया है। इस पद पर एक समय में बी आर अंबेडकर कार्य कर चुके हैं। खुर्शीद और उनकी पत्नी के खिलाफ एक मामला दर्ज किया जाना चाहिए। जब तक वह पाक साफ घोषित नहीं हो जाते उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर रहना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि खुर्शीद और उनकी पत्नी दोनों बहुत शक्तिशाली हैं। वे सबूत मिटा सकते हैं। वे गवाहों पर दबाव डाल सकते हैं। यह रोकने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘आइये हम इस स्थान को दूसरा तहरीर चौक (मिस्र में सत्ता विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र) बनाते हैं। अब लोगों को छुट्टी लेकर इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होना चाहिए। अब यह आरपार की लड़ाई है।
प्रधानमंत्री को हमसे मिलना होगा और हमारी मांग को स्वीकार करना होगा। खुर्शीद को त्यागपत्र देना होगा। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकर्ता अब जनपथ पर राष्ट्रीय अभिलेखागार के सामने बैठे हुए हैं। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के प्रवक्ता ने कहा कि वे अपना धरना तब तक जारी रखेंगे जब तक प्रधानमंत्री उनसे नहीं मिलते या खुर्शीद त्यागपत्र नहीं दे देते। राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के अध्यक्ष के के दीक्षित ने मांग की कि प्रधानमंत्री खुर्शीद को कैबिनेट से बर्खास्त करें और उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया जाए।
First Published: Friday, October 12, 2012, 15:39