Last Updated: Wednesday, April 10, 2013, 00:14

नई दिल्ली : एसएफआई के एक कार्यकर्ता की मौत पर उत्तेजित माकपा और उसके छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को योजना आयोग कार्यालय के बाहर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का घेराव किया और राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा से हाथापाई की।
माकपा और एसएफआई के करीब 150 प्रदर्शनकारियों का एक समूह योजना आयोग के कार्यालय के बाहर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख का इंतजार कर रहा था। मुख्यमंत्री जब मित्रा के साथ पौने चार बजे आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया से मिलने पहुंचीं तो प्रदर्शनकारियों ने उनका घेराव किया और नारे लगाए।
बनर्जी को पुलिस ने सलाह दी थी कि वह अपनी कार से बाहर नहीं निकलें और अंदर चली जाएं। लेकिन मुख्यमंत्री ने नारे लगा रहे एवं तख्तियां लहरा रहे प्रदर्शनकारियों के बीच से भवन के अंदर जाना पसंद किया।
पुलिसकर्मियों ने तत्काल मुख्यमंत्री के चारों ओर घेरा बना दिया जबकि मित्रा को विरोध कर रहे नाराज प्रदर्शनकारियों का सामना करना पड़ गया जो पिछले सप्ताह कोलकाता में एसएफआई के सदस्य सुदिप्तो गुप्ता रिपीट गुप्ता की पुलिस हिरासत में मौत पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
एसएफआई और माकपा के सदस्यों ने ‘ममता बनर्जी हाय हाय, तृणमूल कांग्रेस हाय हाय, हत्यारी ममता शर्म करो’ के नारे लगाए। क्षुब्ध मुख्यमंत्री यह कहते हुए भवन के अंदर प्रवेश कर गईं कि ‘यह असभ्य व्यवहार’ है।
बहरहाल, प्रदर्शनकारियों ने 65 वर्षीय मित्रा से हाथापाई की जिसमें उनका कुर्ता फट गया। पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी और शहरी विकास मंत्री फरहाद हाकिम को भी प्रदर्शनकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा।
माकपा ने दूसरी तरफ आरोप लगाया कि दिल्ली में एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और वित्त मंत्री अमित मित्रा के साथ बदसलूकी किये जाने के बाद पूरे राज्य में उसके दफ्तरों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमले किये।
माकपा के सूत्रों ने कहा कि हुगली, हावड़ा, बांकुडा, बीरभूम, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कूच बिहार और दार्जीलिंग जिलों से हमलों की खबरें हैं।
सूत्रों ने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर में छह माकपा दफ्तरों में आग लगा दी गयी और हुगली जिले के सीरमपुर में पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री तथा माकपा नेता सुदर्शन रायचौधरी की कार क्षतिग्रस्त कर दी गयी।
दिल्ली पुलिस ने पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा के साथ यहां योजना आयोग के बाहर हाथापाई करने के लिये अज्ञात लोगों के खिलाफ मंगलवार को मामला दर्ज किया ।
घटना के सिलसिले में जहां अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है वहीं पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 186 और 353 के तहत मामला दर्ज किया गया है । इन अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 332 और धारा 147 के तहत भी आरोप लगाया गया है ।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गेट नंबर चार से योजना आयोग की इमारत के अंदर जाना था लेकिन उन्होंने उस गेट का इस्तेमाल किया जहां लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिये सीआईएसएफ ने अवरोधक लगाये हैं ।
उन्होंने कहा कि वह एक निजी वाहन से आयी और उनके साथ कोई सुरक्षा दस्ता नहीं था । इसके बाद उनसे प्रदर्शनकारियों ने सवाल किया । तुरंत पुलिस ने उनके चारों ओर एक सुरक्षा घेरा बना दिया और उन्हें इमारत के अंदर ले गये । गैर कानूनी तरीके से इकट्ठा होने के लिये मामले में धारा 149 के तहत भी आरोप लगाया गया है । (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 9, 2013, 16:28