Last Updated: Thursday, December 27, 2012, 23:17
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के करीब 16 महीने शेष रहने के बीच कांग्रेस ने गठबंधन से नए सहयोगियों को जोड़ने के लिए एके एंटनी के नेतृत्व में समिति का गठन किया है। इस समिति में ऐसे वरिष्ठ नेताओं को रखा गया है जिन्हें गठबंधन चलाने की कला में महारत हासिल है।
ऐसे समय में जब अगले संसदीय चुनाव और अगली सरकार किसी न न किसी गठबंधन की बनने के कयास लगाये जा रहे है तब कांग्रेस पार्टी ने एंटनी के नेतृत्व में चिंतन शिविर के लिए उभरती राजनीतिक चुनौतियों के विषय पर एक उप समिति बनाई है।
इस उप समिति में एंटनी के अलावा गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे भी शामिल है जिन्हें महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार चलाने का अनुभव है। इसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, वित्त मंत्री पी चिदंबरम, सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी, नगालैण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री एस सी जमीर, युवा दलित नेता अशोक तंवर शामिल हैं। एंटनी ने केरल में सफलतापूर्वक गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया और मुख्यमंत्री रहे।
एंटनी के नेतृत्व वाली उप समिति उन पांच समितियों में शामिल है जिसका गठन विभिन्न विषयों पर मसौदा तैयार करने के लिए किया गया है। दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली उप समिति सामाजिक..आर्थिक चुनौतियों के विषय पर ध्यान देगी जबकि पूर्व विदेश मंत्री एस एम कृष्णा के नेतत्व वाली उप समिति भारत एवं विश्व (विदेश नीति) के विषय पर विचार करेगी।
सी पी जोशी के नेतृत्व वाली उप समिति ग्रामीण विकास एवं कृषि तथा गिरिजा व्यास के नेतृत्व वाली समिति संगठनात्मक मजबूती के विषय पर गौर करेगी। अर्थव्यवस्था से जुड़ी उप समिति में वी किशोर चंद्र देव, बी के हरिप्रसाद के साथ केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली, चरण दास महंत, सचिन पायलट और कुमारी शैलजा आदि शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 27, 2012, 23:17