Last Updated: Sunday, January 1, 2012, 04:13

नई दिल्ली : दुनियाभर में नए वर्ष का जश्न धूमधाम से मनाया गया। नए वर्ष की दस्तक का स्वागत जहां शानदार आतिशबाजी से की गई वहीं संगीत की धुनों पर लोग थिरकते रहे। नव वर्ष के मौके पर लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को नए साल की शुरुआत अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में अरदास के साथ की। राजधानी दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, बेंगलुरू, शिमला, भुवनेश्वर, धर्मशाला सहित कई शहरों में लोगों ने नए साल का स्वागत जोरदार ढंग से किया। दक्षिण भारत में आए समुद्री तूफान 'ठाणे' से खासकर चेन्नई में नए साल का उत्साह थोड़ा फीका रहा।
दिल्ली में नव वर्ष का उत्साह कनॉट प्लेस पर चरम पर दिखा। नए साल का स्वागत करने के लिए यहां लोग शाम से ही भारी संख्या में जमा हो गए। लोग देर रात तक संगीत की धुनों पर नाचते और झूमते रहे। इसके अलावा राजधानी के होटलों में देर रात तक नव वर्ष के समारोह चले जहां लोगों ने अपनी भावनाओं का इजहार किया।
देश की कारोबारी राजधानी मुम्बई में कुछ लोग शहर की कुछ प्रसिद्ध पार्टियों में शामिल हुए तो कुछ ने घरों में ही रहकर और पसंदीदा जायकेदार खाने के लुत्फ के साथ नववर्ष 2012 का स्वागत किया।
इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तथा शराब पीकर वाहन चलाने वालों को रोकने के लिए जगह-जगह पुलिस की तैनाती की गई, खास कर उन स्थानों पर जहां अक्सर छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। गेटवे ऑफ इंडिया, जूहू, गिरगांव चौपाटी, मैरिन लाइन, हाजी अली और दादर जैसे कई स्थानों पर सादी वर्दी में पुलिस की तैनाती की गई।
वहीं, कोलकाता में नए साल का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकले। शहर के स्वभूमि हेरिटेज प्लाजा में नव वर्ष के लिए खास इंतजाम किया गया था। यहां लोग खाने-पीने के साथ ही संगीत के तेज धुनों पर थिरके।
बेंगलुरू में लोगों ने 12 बजते ही संगीत, ड्रमबीट, नृत्य और पटाखों के साथ नए साल-2012 का स्वागत किया और गले लगकर एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई दी।
तमिलनाडु में लोगों ने नये वर्ष का स्वागत धूमधाम से किया लेकिन तूफान प्रभावित कुड्डालोर एवं चिदम्बरम जिलों में विद्युत आपूर्ति ठप रहने के कारण लोगों को नये वर्ष का स्वागत अंधेरे में करने पर मजबूर होना पड़ा। चक्रवाती तूफान 'ठाणे' से दक्षिण भारत में 46 लोग मारे गए।
ओडिशा में नव वर्ष के अवसर पर रविवार को पुरी के जगन्नाथ मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। बारहवीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के जनसम्पर्क अधिकारी ने कहा, देश के विभिन्न भागों से पांच लाख से अधिक लोग शहर में आए। अधिकतर लोग मंदिर में प्रार्थना करने पहुंचे।
धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरु और 17वें करमापा आजिन त्रिनले दोर्जी ने नए साल के पहले दिन सबकी शांति और मेल मिलाप की कामना की।
हिमाचल प्रदेश में साल 2012 के पहले दिन रविवार को बारिश हुई, लेकिन बर्फबारी नहीं हुई। बादल छाए रहने की वजह से शिमला को छोड़कर राज्य के अन्य हिस्सों के तापमान में मामूली वृद्धि हुई है। मौसम के मिजाज में आए बदलाव के साथ लोगों ने नाच-गाकर नए साल का स्वागत किया।
मेघालय की राजधानी शिलांग में लोगों ने नव वर्ष का इस्तकबाल खासे अंदाज में किया। यहां लोगों ने तरणताल के बर्फीले पानी में डुबकी लगाई और अपनी खुशियों का इजहार किया।
प्रधानमंत्री ने अपने नव वर्ष की शुरुआत हरमिंदर साहिब में अरदास के साथ की। प्रधानमंत्री पत्नी गुरुशरण कौर के साथ शनिवार को अमृतसर पहुंचे।
वहीं, दुनिया भर में नए साल का स्वागत लोगों ने गर्मजोशी के साथ किया। न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, लंदन, चीन सहित अन्य देशों में नव वर्ष के लिए खास इंतेजाम किए गए थे।
ऑस्ट्रेलिया में मध्य रात्रि में 15 मिनट की आतिशबाजी के साथ नए साल का स्वागत किया गया। जापान में लोगों ने टोक्यो टावर के सामने शुभकामना संदेश लिखे हीलियम भरे गुब्बारे छोड़कर नए साल का स्वागत किया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 1, 2012, 23:44