'निजी जानकारी हासिल कर रहे हैं आतंकी' - Zee News हिंदी

'निजी जानकारी हासिल कर रहे हैं आतंकी'

नई दिल्ली: दुनिया भर में अधिकांश आतंकवादी गतिविधियां अब सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट के जरिए हो रही हैं । एक नये अध्ययन में दावा किया गया है कि इंटरनेट पर होने वाली संगठित आतंकी गतिविधियों का लगभग 90 फीसदी सामाजिक मीडिया वेबसाइटों के जरिए हो रहा है । फेसबुक जैसे फोरम पर आतंकवादी फर्जी नाम से प्रोफाइल बनाकर लोगों के व्यक्तिगत जीवन से जुडी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर रहे हैं ।

 

इजरायल स्थित हाफिया विश्वविद्यालय के संचार विभाग में प्रोफेसर गैब्रिएल वीमैन ने भाषा को बताया कि इन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्रणालियों का इस्तेमाल कर आतंकवादी संगठन नये दोस्त बना रहे हैं और इसकी कोई भौगोलिक सीमाएं नहीं हैं ।

 

वीमैन ने भारत सहित दुनिया भर की आतंकी गतिविधियों पर काफी कार्य किया है और इस विषय पर न सिर्फ उनकी कई किताबें हैं बल्कि कई अनुसंधान पत्र भी प्रकाशित हुए हैं । उन्होंने पासवर्ड से सुरक्षित की गयी वेबसाइटों का भी दशक भर से अधिक समय तक अध्ययन किया है ।

 

उन्होंने बताया कि फेसबुक, चैटरूम, यूट्यूब और अन्य ऐसी ही वेबसाइटों ने इंटरनेट की दुनिया में क्रान्ति ला दी और आतंकवादी संगठन विशेषकर इस्लामिक आतंकी संगठन इनका जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं ।

 

सामाजिक मीडिया के जरिए आतंकी संगठन फ्रेंड्स रिक्वेस्ट यानी  दोस्ती के लिए आग्रह  भेजते हैं और नये दोस्त बनाकर उन्हें अपनी विचारधारा के प्रति समर्थन के लिए मनाने का प्रयास करते हैं । वे वीडियो क्लिप भी ऐसी वेबसाइटों पर अपलोड कर रहे हैं ।

 

वीमैन ने दावा किया कि आतंकवादी संगठन फेसबुक का दोहरा इस्तेमाल करते हैं । एक तो इसके जरिए वे नये सदस्यों की भर्ती करते हैं, दूसरे यह उनके लिए खुफिया जानकारी हासिल करने का मंच भी साबित होता है । वीमैन के मुताबिक अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों ने अपने सशस्त्र बलों को निर्देश दिया है कि वे फेसबुक खाते से सभी व्यक्तिगत जानकारियां हटा दें ताकि अल कायदा जैसे संगठन संवेदनशील सूचनाओं तक एक्सेस न हासिल कर सकें ।

 

फेसबुक के कई सदस्य इस बात की परवाह नहीं करते कि वे किसके दोस्ती की पेशकश  को स्वीकार कर रहे हैं और किसे अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में संवेदनशील जानकारियां बांट रहे हैं । आतंकवादी भी समानान्तर रूप से फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं, जिससे वे अधिकाधिक उपयोग होने वाली सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइटों तक एक्सेस बना लेते हैं ।

 

वीमैन ने बताया कि हमास की सैन्य विंग के ओपन फोरम में वेबसाइट पर दोस्तों के बीच कुछ इस तरह की बातें भी होती हैं, ‘ मैं जानना चाहता हूं कि सेना की जीप उडाने के लिए विस्फोटक कैसे बनाया जाए । ’ उन्होंने बताया कि यह सवाल करने वाले को सवाल का जवाब तत्काल मिला और उसे विस्तृत निर्देश भी हासिल हुए । (एजेंसी)

First Published: Friday, January 13, 2012, 15:00

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