नीतीश PM पद के उम्मीदवार नहीं, मोदी पर ऐतराज: जदयू| Nitish

नीतीश PM पद के उम्मीदवार नहीं, मोदी पर ऐतराज : जद (यू)

नीतीश PM पद के उम्मीदवार नहीं, मोदी पर ऐतराज : जद (यू)नई दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के विचार पर गहरे एतराज के संकेत के बीच जद यू ने शनिवार को स्पष्ट किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। साथ ही उसने कहा कि पार्टी ऐसा कोई काम नहीं करेगी जिससे उसकी धर्मनिरपेक्ष छवि पर सवाल उठे।

जदयू की आज यहां राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में मोदी के नाम को लेकर जद यू की जगजाहिर नापसंदगी के बारे में पूछे जाने पर पार्टी प्रवक्ता के. सी. त्यागी ने कहा, ‘जब 2002 में गुजरात में दंगे हुए तब नरेन्द्र मोदी राज्य के प्रधान थे। राज्य के प्रधान होने के नाते जिस मुस्तैदी से उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए थी, उसमें वह विफल रहे।’

बहरहाल, जद यू ने इस पद के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नाम पर सहमति के संकेत दिये। त्यागी ने संवाददाताओं से कहा, ‘आडवाणी के नेतृत्व में हम पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं। अब हम अपने उस फैसले को कैसे गलत ठहरा सकते हैं।’

इसके साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार के मुख्यमंत्री पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं है, नहीं हैं, नहीं हैं। ऐसी बातें नहीं उठायी जानी चाहिए।’

यह पूछे जाने पर कि राजनाथ सिंह समेत भाजपा के कई नेता मोदी को लोकप्रिय बता रहे हैं, जद यू प्रवक्ता ने कहा, ‘लोकप्रिय होना एक बात है और प्रधानमंत्री बनना दूसरी बात। मोदी उनके (भाजपा) मुख्यमंत्री है। उन्हें मोदी को लोकप्रिय बताने का अधिकार है।’

मोदी के मुद्दे पर भाजपा से जद यू के गठबंधन तोड़ने और कांग्रेस के साथ जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर जद यू प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा हमारी मित्र पार्टी है जबकि कांग्रेस मित्र नहीं है। मित्रों के साथ न तो कोई सौदेबाजी होती है और न ही उस पर दबाव बनाया जाता है।

उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने अभी अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया है। जब तक भाजपा का संसदीय बोर्ड स्पष्ट तौर पर अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं करता तब तक हम कयासों के आधार पर टिप्पणी नहीं कर सकते।’

त्यागी ने हालांकि स्पष्ट किया, ‘जनता दल यूनाइटेड ऐसा कोई काम नहीं करेगा जिससे उसकी धर्म निरपेक्ष छवि पर कोई सवाल उठे।’ जद यू के कांग्रेस के साथ जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी हमारी मित्र पार्टी नहीं है। कांग्रेस के साथ जाने की संभावना दूर-दूर तक नहीं है। कांग्रेस के सहयोग से चौधरी चरण सिंह, देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल के नेतृत्व वाली सरकारों के साथ जो हुआ, वह आंख खोलने वाला है। भाजपा के साथ हमारा मोहब्बत का संबंध है और मोहब्बत दिन देखकर तय नहीं होती।’

यह पूछे जाने पर कि अगर मोदी धर्मनिरपेक्ष नहीं तब आडवाणी कैसे हो सकते हैं, जद यू प्रवक्ता ने इतना ही कहा कि 1996 के बाद बदली परिस्थितियों में भाजपा ने धारा 377, राम मंदिर और समान नागरिक संहिता के विषय को छोड़ने का निर्णय किया तब 1998 में हमारा भाजपा से सहयोग हुआ।

प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बीच बैठक होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर जद यू प्रवक्ता ने कहा, ‘नीतीश कुमार लगभग हर रोज भाजपा नेताओं से बात करते हैं। राजनाथ सिंह ने भी शरद यादव को फोन करके उन्हें तीसरी बार जद यू अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है।’

उन्होंने बताया कि आज की बैठक में कर्नाटक, झारखंड, उत्तरप्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों के अध्यक्षों ने शिकायत की कि इन राज्यों में भाजपा के साथ गठबंधन ठीक ढंग से आगे नहीं बढ़ रहा है और चुनाव में उन्हें या तो कम सीटे दी जा रही है या गठबंधन नहीं हो पा रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि गठबंधन धर्म का पालन किया जाना चाहिए।

जद यू प्रवक्ता से जब यह पूछा गया कि क्या वे भाजपा पर गठबंधन धर्म का पालन नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं, त्यागी ने कहा, ‘वे आरोप नहीं लगा रहे हैं। ऐसी शिकायतें पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों ने की हैं।’ उन्होंने हालांकि कहा कि कल राजनैतिक प्रस्ताव में प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार के बारे में पार्टी का रुख सामने आयेगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, April 13, 2013, 18:32

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