नेताओं को मोमबत्ती की नहीं, वोट की चिंता : उमर अब्दुल्ला

नेताओं को मोमबत्ती की नहीं, वोट की चिंता : उमर अब्दुल्ला

नेताओं को मोमबत्ती की नहीं, वोट की चिंता : उमर अब्दुल्लानई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने युवा श्रोताओं से कहा कि नेताओं को मोमबत्तियों की चिंता नहीं होती बल्कि वे आपके वोटों के लिए ज्यादा चिंतित होते हैं।

संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में आयोजित ‘यंग चेंजमेकर्स कान्क्लेव’ को संबोधित करते हुए 42 साल के मुख्यमंत्री ने दिल्ली सामूहिक बलात्कार कांड के बाद इंडिया गेट और जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारियों द्वारा निकाले गए मोमबत्ती जुलूस के आलोक में अपनी टिप्पणियां खुल कर रखी।

उमर ने कहा, ‘आपको अच्छा लगे या नहीं लेकिन नेता मोमबत्तियों के बारे में वास्तव में चिंतित नहीं होते, वे वास्तव में नहीं होते, काश वह ऐसा करते लेकिन वे नहीं करते। वे कहीं ज्यादा इस बात की चिंता करते हैं कि आप मतदान कैसे करते हैं।’

नेशनल कांफ्रेंस नेता ने कहा कि नेताओं का आमतौर पर मानना होता है कि एक खास समय के बाद जनप्रदर्शन खत्म हो जाएगा लेकिन अगर आम जनता पर्याप्त गंभीर है तो नेताओं के लिए आवाजें नजरअंदाज करना असंभव हो जाता है।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता ने कहा, ‘अगर आप बाहर आते हैं और अपनी आवाज बुलंद करते हैं तो आपको नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। आप वह बदलाव कर पाएंगे जो आप देखना चाहते हैं। लेकिन आप नहीं आते तो फिर हमपर आपको नजरअंदाज करने का आरोप मत लगाइए क्योंकि आप पसंद करें या नहीं लेकिन नेता वही आवाज सुनते हैं जो उन तक पहुंचती है।’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अगर आप खामोश रह जाते हैं या फिर चीजों के साथ आगे बढ़ जाते हैं क्योंकि दूसरे भी ऐसा कर रहे हैं तो आपकी आवाज नहीं सुनी जाएगी। तब आप बदलाव के हिस्सा नहीं बन सकेंगे। तब आप समाधान का हिस्सा नहीं बन सकेंगे।’ उमर ने कहा कि उनका मानना है कि मौजूदा पीढ़ी उसको वोट देगी जो उसके लिए काम करेगा।

उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि आपकी पीढ़ी अन्य विचारों से ऊपर उठेगी। आप इसलिए वोट नहीं करेंगे क्योंकि आपको उम्मीदवार की जाति, धर्म पसंद है। मुझे उम्मीद है कि आप इसलिए वोट नहीं देते क्योंकि आपको किसी नेता का चेहरा पसंद है।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 19, 2013, 21:56

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