नेताजी से जुड़ी फाइलों के लिए मोदी की मदद मांगी

नेताजी से जुड़ी फाइलों के लिए मोदी की मदद मांगी

कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्यों ने इस महापुरुष से जुड़ी सभी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक कराने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद मांगी है।

मोदी को लिखे गये पत्र में कहा गया है, ‘नेताजी पूरे राष्ट्र के थे, इसलिए हम प्रधानमंत्री से यह मांग करने में आपसे सहयोग की अपील करते हैं कि केंद्र सरकार को सभी रिकार्ड सार्वजनिक दायरे में जारी करने चाहिए ताकि उनके बारे में रहस्यों के खुलासे में मदद हो और इस अध्याय को समाप्त किया जा सके।’

नेताजी के निधन से जुड़ी गुप्त फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग करते हुए पारिवारिक प्रवक्ता चंद्रा बोस ने पिछले सप्ताह मोदी की कोलकाता यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी।

नेताजी के परिवार के 24 सदस्यों की ओर से उनके परिजन डीएन बोस के दस्तखत वाला पत्र मोदी को सौंपा गया।

पत्र के अनुसार, ‘हम यह विषय आपकी जानकारी में लाने के लिए मजबूर हुए हैं क्योंकि केंद्र सरकार का रवैया प्रतिकूल रहा है। उदाहरण के लिए मुखर्जी आयोग की रिपोर्ट को संप्रग सरकार ने खारिज कर दिया था जिसके लिए संसद में पेश कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) में कोई वजह भी नहीं बताई गयी।’

पत्र में दावा किया गया है कि वर्ष 2006 में गठित न्यायमूर्ति मुखर्जी जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि नेताजी का 1945 में विमान दुर्घटना में निधन नहीं हुआ था। परिवार ने आज एक बयान में कहा कि मोदी ने मदद का वादा किया है।

बोस परिवार के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले साल दिसंबर में उनकी इसी तरह की अपील को पूरी तरह नजरंदाज कर दिया जिसके बाद उन्होंने भाजपा नेता से संपर्क किया।

उनकी विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘परिवार की भावनाएं आहत हुईं जब मुख्यमंत्री की ओर से पत्र प्राप्ति की जानकारी देने का बुनियादी शिष्टाचार भी नहीं अदा किया गया।’ दिल्ली के शोध संगठन ‘मिशन नेताजी’ द्वारा दाखिल आरटीआई अपील के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा था कि उनके पास नेताजी से जुड़ी 33 गोपनीय फाइलें हैं।

पीएमओ ने इन फाइलों की जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा था कि इससे भारत की संप्रभुता और अन्य राष्ट्रों से संबंध प्रभावित हो सकते हैं। (एजेंसी)


First Published: Monday, April 15, 2013, 00:21

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