Last Updated: Monday, July 23, 2012, 12:42

कानपुर: नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की सहयोगी रही कैप्टन लक्ष्मी सहगल का आज सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर निधन हो गया, वह 97 साल की थी । उनके शव को मेडिकल कालेज को दान कर दिया गया है ।
उन्हें 19 जुलाई की सुबह दिल का दौरा पड़ने के बाद शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्हें बाद में ब्रेन हैमरेज हुआ, उन्हें अस्पताल के आईसीयू में रखा गया था । सहगल की दो बेटियां सुभाषिनी अली और अनीसा पुरी है ।
कैप्टन सहगल की बेटी और माकपा नेता सुभाषिनी अली ने बताया कि कैप्टन सहगल का आज सुबह निधन हो गया । उन्हें आईसीयू के लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था और उनके अंगो ने काम करना बंद कर दिया था उनकी हालत में कोई सुधार नही आया और आखिरकार आज सुबह 11 बज कर 20 मिनट पवर उन्होंने दम तोड़ दिया ।
कैप्टन सहगल की बीमारी की खबर सुनकर माकपा महासचिव प्रकाश करात, वरिष्ठ नेता वृंदा करात भी कानपुर के अस्पताल पहुंचे और उनका हाल चाल लिया था । सुभाषिनी अली के बेटे और मशहूर फिल्म निर्देशक शाद अली भी कानपुर पहुंच गये थे । अली के अनुसार 19 जुलाई की सुबह करीब आठ बजे कैप्टन लक्ष्मी सहगल को सिविल लाइंस स्थित उनके आवास पर अचानक दिल का दौरा पड़ा था ।
दिल का दौरा पड़ने के बाद तुरंत उन्हें शहर के एक निजी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां तब से उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई थी, बाद में उनमें ब्रेन हैमरेज के लक्षण भी आये थे और वह कोमा में चली गयीं और आज सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली । कैप्टन सहगल पेशे से डाक्टर है और नेता सुभाष चन्द्र बोस की सहयोगी रह चुकी है और 1943 में आजाद हिंद सेना की रानी लक्ष्मी बाई रेजीमेंट में कर्नल थी । कैप्टन लक्ष्मी सहगल को 1998 में पदमविभूषण सम्मान से भी नवाजा जा चुका है । (एजेंसी)
First Published: Monday, July 23, 2012, 12:42