Last Updated: Tuesday, November 8, 2011, 12:52
नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के 85 वें जन्मदिवस पर मंगलवार को फिर उनके प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल रहने का मामला उठा। पार्टी सहयोगियों की ओर से उनके नेतृत्व क्षमता की सराहना किए जाने पर वह इतने भावुक हो उठे कि आंसू नहीं रोक पाए।
इस अवसर पर उनके निवास में आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्ससभा में विपक्ष नेता अरुण जेटली, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों सहित कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति के बीच पूर्व पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि आडवाणी जी प्रधानमंत्री पद की स्वाभाविक पसंद हैं। इन दिनों भ्रष्टाचार के विरूद्ध देश व्यापी यात्रा पर निकले आडवाणी अपना जन्मदिवस मनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी आए हैं।
कार्यक्रम के दौरान कई वरिष्ठ नेताओं की ओर से अपने नेतृत्व की प्रशंसा किए जाने पर आडवाणी काफी भावुक हो उठे। मंच पर बैठे आडवाणी को अपनी आंखों से आंसू पोछते देखा गया। कुछ देर के लिए वह मंच से उठ कर चले गए और स्वयं को संयत करने के बाद दोबारा लौटे। राजनाथ ने कहा कि जब मैं अखबारों में आडवाणीजी के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने संबंधी खबरें पढ़ता हूं तो मुझे बहुत दुख होता है। वह तो प्रधानमंत्री पद की स्वाभाविक पसंद हैं।
सिंह के अनुसार, ‘अटलजी ने भी कहा था कि अगर किसी को प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया जाना है तो वह आडवाणी होंगे। आडवाणी के जन्मदिवस कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी, वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू और अनंत कुमार की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही। इस अवसर पर ‘आडवाणी-मैन एंड हिज थाट्स’ नामक पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया।
पार्टी के अपने सहयोगियों का धन्यवाद करते हुए आडवाणी ने कहा कि उनकी आंखों में आंसू इसलिए आ जाते हैं क्योंकि वह अधिक सरहाना या आलोचना सहन नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने देखा होगा कि कार्यक्रम के दौरान मेरे आंसू आ गए थे, सभी नेताओं ने परिवार के मुखिया के रूप में मेरी सराहना की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को अपना विचारधारात्मक परिवार बताते हुए उन्होंने 14 साल की उम्र से अपने संघ के स्वयंसेवक होने के दिनों को याद किया। आडवाणी के जन्मदिवस कार्यक्रम में संघ का कोई नेता उपस्थित नहीं था।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 8, 2011, 18:22