Last Updated: Friday, March 29, 2013, 21:22
कोलकाता : महिलाओं पर हमले की घटनाओं पर चिंता जताते हुए लेखक चेतन भगत ने आज कहा कि पहले नैतिकता पर रुख को बदलने की जरूरत है।
उन्होंने ‘माइन्ड रॉक्स’ युवा शिखर सम्मेलन में कहा, ‘बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि पर रोक लगाने और लैंगिक उत्पीड़न को रोकने के लिए हमें निश्चित तौर पर नैतिकता के संबंध में अपने रुख की दोबारा जांच करनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि महिलाओं को जीवन में अतिरिक्त जगह दी जानी चाहिए क्योंकि वे समाज में हमले का सामना कर रही हैं और यह सिर्फ ‘निर्भया’ मामले की वजह से नहीं है। यह सिर्फ एक संदर्भ बिंदु है कि चीजें कितनी बर्बर और डरावनी हो सकती हैं।’’
उनके तीन उपन्यासों को बड़े पर्दे पर सिनेमा का रूप दिया जा चुका है लेकिन भगत ने कहा कि वह अब भी पटकथा लेखक के तौर पर सीख रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘किसी कहानी को रूपांतरित करते वक्त बॉलीवुड लोकप्रिय मांग को ध्यान में रखते हुए कुछ मानदंडों का पालन करता है। मैं अब भी सीख रहा हूं।’ उन्होंने जिस तरीके से फिल्म ‘काई पो छे’ की पटकथा ने उनके उपन्यास ‘द 3 मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ’ को पेश किया, उस पर खुशी जताई। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 29, 2013, 21:22