Last Updated: Tuesday, February 28, 2012, 13:47
नई दिल्ली : नॉर्वे में रखे गए एक अनिवासी भारतीय दंपति के बच्चों के मामले में भारत को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। नॉर्वे की बाल कल्याण सेवा ने अभिज्ञान और ऐश्वर्या नाम के दोनों बच्चों को उनके चाचा को सौंप देने का फैसला किया है ताकि उन्हें भारत वापस लाया जा सके।
नॉर्वे की बाल कल्याण सेवा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इस हफ्ते, बाल कल्याण सेवा ने स्टावेंगर में बाल कल्याण मामले में भारतीय बच्चों के चाचा के साथ अपनी बातचीत पूरी की। यह निर्णय किया गया है कि दोनों बच्चें उनके चाचा को सौंप दिए जाएं ताकि उन्हें भारत वापस ले जाया जा सके। स्टावेंगर जिला अदालत को 23 मार्च को होने वाली अगली सुनवाई के दौरान प्रस्तावित समाधान से अवगत कराया जाएगा और इस मामले में वही अंतिम फैसला करेगी।
बहरहाल, इस व्यवस्था के तहत बाल कल्याण सेवा (सीडब्लूएस) को यह सुनिश्चित करना होगा कि आवश्यक कानूनी ढांचा और आगे की कार्रवाई का पालन किया जाए ताकि बच्चों के हितों की सही ढंग से रक्षा हो सके इस स्थिति से निपटने के लिए चाचा को सहूलियत मिल सके। गौरतलब है कि एनआरआई दंपति अनुरुप और सागारिका भट्टाचार्य के एक साल के बेटे अभियान और तीन साल की बेटी ऐश्वर्या को नॉर्वे की बाल कल्याण सेवा के अधिकारी ‘भावनात्मक अलगाव’ के आधार पर पिछले साल मई में अपने साथ ले गए थे और उन्हें एक पालन गृह में रखा था ।
भारतीय विदेश मंत्रालय नॉर्वे के अधिकारियों से मामले का दोस्ताना हल निकालने के लिए अथक प्रयास कर रहा था । विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने बच्चों के परिजन को आश्वस्त किया था कि उन्हें किसी भी कीमत पर वापस घर लाया जाएगा ।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 29, 2012, 10:28