Last Updated: Monday, October 15, 2012, 21:50
नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को वर्ष 2008 के वोट के बदले नोट घोटाले की ‘जांच सभी पहलुओं से करने’ तथा धन का स्रोत पता लगाने का आदेश दिया है। इस मामले में अमर सिंह, लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधीन्द्र कुलकर्णी और दो अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जा चुके हैं। अदालत ने पुलिस को ऐसी ‘निष्पक्ष’ जांच करने का आदेश दिया है, जिससे कोई संदेह बाकी नहीं रहे ताकि मामले को लेकर जनता के मन में विश्वास स्थापित हो सके।
अदालत ने दिल्ली पुलिस से कहा कि जांच के बाद यदि जरूरी हो तो वह छह हफ्ते के भीतर अतिरिक्त आरोपपत्र दाखिल कर सकती है। विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने यह आदेश भाजपा सांसद एवं आरोपी फगन सिंह कुलस्ते के इस अनुरोध पर दिया गया कि जांच कर यह पता लगाया जाये कि मामले के ‘वास्तविक लाभार्थी’ कौन हैं। उन्होंने संप्रग सरकार के पक्ष में भाजपा के ‘कमजोर’ सांसदों का वोट डलवाने के सौदे में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल की भूमिका की जांच का भी अनुरोध किया है।
कुलस्ते ने पटेल की आवाज की जांच कराने का अनुरोध भी किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सह आरोपी एवं पूर्व भाजपा सांसद अशोक अर्गल ने खुलासा किया कि उनके आवास पर एक करोड़ रुपये की सुपुर्दगी से पहले आरोपी अमर सिंह ने उनकी 22 जुलाई 2008 को पटेल से फोन पर बात कराने की व्यवस्था की थी। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 15, 2012, 21:50