न्यायमूर्ति काटजू हुए सेवानिवृत्त - Zee News हिंदी

न्यायमूर्ति काटजू हुए सेवानिवृत्त



ज़ी न्यूज़ ब्यूरो

नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के जज मार्कंडेय काटजू लगभग पांच साल तक इस पद पर रहने के बाद सोमवार को सेवानिवृत्त हो गए. न्यायमूर्ति काटजू अनेक बार अपने सख्त फैसलों को लेकर खबरों में रहे.

 

उनकी विदाई समारोह में प्रधान न्यायाधीश एसएच कपाड़िया, अनेक न्यायाधीश व बार काउंसिल के सदस्य मौजूद थे. न्यायमूर्ति काटजू के लिए इंडियन लॉ इंस्टीटयूट में आयोजित कार्यक्रम में न्यायमूर्ति कपाड़िया ने अपने संक्षिप्त उदबोधन में कहा कि न्यायमूर्ति काटजू ने ना तो कभी सच बोलने का साहस छोड़ा और न ही आम आदमी के प्रति अपनी चिंता छोड़ी.

 

कुछ कड़े फैसलों में न्यायमूर्ती मार्कंडेय काटजू ने भ्रष्टाचार पर कहा था कि भ्रष्ट लोगों को खंभों पर लटका देना चाहिए क्योंकि देश में भ्रष्टाचार से निपटने का यही मात्र तरीका है. झूठी शान के नाम पर हत्याओं और दहेज हत्याओं में शामिल लोगों के बारे में भी न्यायमूर्ति काटजू ने कहा था कि ऐसे लोगों को मत्युदंड दिया जाना चाहिए. इसी प्रकार उन्होंने यह भी माना कि किसी प्रतिबंधित संगठन का सदस्य होने से ही कोई व्यक्ति आतंकवादी या अपराधी नहीं हो जाता.

 

एक बार काटजू ने कहा था कि मुस्लिम शिक्षण संस्थानों में दाढ़ी रखने पर जोर नहीं दे सकते और भारत का तालिबानीकरण नहीं कर सकते. इस बयान के बाद विरोध प्रदर्शन हो गए और न्यायमूर्ति काटजू ने अपनी टिप्पणी के लिए अफसोस जताते हुए अपने फैसले को भी वापस ले लिया था.

 

न्यायमूर्ति काटजू ने अपने कार्यकाल के दौरान सहयोग के लिए साथी न्यायाधीशों, अदालतकर्मियों और बार सदस्यों का आभार व्यक्त किया.

First Published: Tuesday, September 20, 2011, 13:59

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