Last Updated: Monday, December 10, 2012, 18:47

नई दिल्ली: सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण संबंधी विधेयक पास नहीं होने और राज्यसभा में व्यवस्था बनाने में सरकार के पहल नहीं करने पर बसपा ने कड़ा कदम उठाने की धमकी दी है।
बसपा ने भाजपा पर जानबूझ कर राज्यसभा की कार्यवाही में बाधा डालने और सपा पर विधेयक के पारित होने के मार्ग में अडंगा डालने का आरोप लगाया।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि हम दो तीन दिन और देखेंगे। हम इस मुद्दे पर सरकार का रूख देखेंगे। उनका क्या कहना है और राज्यसभा के सभापति का क्या कहते हैं। तब हम निर्णय करेंगे और कड़ा रूख अख्तियार करेंगे। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण संबंधी विधेयक हमारे लिए काफी गंभीर मुद्दा है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि मैं संप्रग सरकार से कहना चाहती हूं कि सदन को चलाना सरकार की जिम्मेदारी है। यह सरकार का दायित्व है कि सदन ठीक ढंग से चले। मायावती ने पदोन्नति में आरक्षण विधेयक से पहले एफडीआई का विषय लाने के लिए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह भी स्पष्ट हो गया है कि सपा और भाजपा मिलकर काम कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 10, 2012, 18:47