पदोन्नति में आरक्षण विधेयक लोकसभा में नहीं हो सका पारित

पदोन्नति में आरक्षण विधेयक लोकसभा में नहीं हो सका पारित

नई दिल्ली : सरकारी नौकरी कर रहे अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को पदोन्नति में आरक्षण का प्रावधान करने वाला विधेयक सपा और भाजपा सदस्यों के अलग-अलग कारणों से कड़े विरोध के कारण गुरुवार को लोकसभा में पारित नहीं हो सका। राज्यसभा हालांकि इस विधेयक को पारित कर चुकी है।

पदोन्नति में आरक्षण का शुरुआत से ही विरोध कर रही सपा के सदस्यों ने जहां विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की, वहीं भाजपा ने सदन में व्यवस्था नहीं होने के नाम पर और अपने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को उनकी बात रखने का अवसर नहीं दिए जाने के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हंगामे के कारण सदन की बैठक छह बार के स्थगन के बाद अंतत: अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

प्रश्नकाल के तुरंत बाद अध्यक्ष मीरा कुमार ने कार्मिक राज्य मंत्री वी नारायणसामी से संविधान 117वां संशोधन विधेयक 2012 विचार के लिए पेश करने को कहा। लेकिन नारायणसामी जैसे ही बोलने के लिए खडे हुए, सपा सदस्य आसन के सामने आकर विधेयक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। वे नारे लगा रहे थे। प्रमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा नहीं चलेगा।’
इस दौरान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी अपने स्थान पर खडे होकर विरोध जताते नजर आए।

राज्यसभा में भाजपा ने विधेयक के पक्ष में मतदान किया था। लेकिन बाद में इस विधेयक को लेकर पार्टी में कुछ मतभेद नजर आये। पार्टी सांसदों मेनका गांधी और योगी आदित्यनाथ ने संसद के बाहर विधेयक के विरोध में खुलकर टिप्पणियां कीं। मेनका ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश से भाजपा का कोई भी सांसद इस विधेयक के पक्ष में नहीं हैं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, December 20, 2012, 15:27

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