Last Updated: Wednesday, March 21, 2012, 06:02
नई दिल्ली : गठबंधन सहयोगियों के बारे में प्रधानमंत्री के बयान पर राकांपा प्रमुख शरद पवार की नाराजगी को जायज़ ठहराते हुए तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि ऐसे निर्णयों जिनके दूरगामी प्रभाव हों, उस पर सभी सहयोगियों से विचार विमर्श किया जाना चाहिए। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी ने आज संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि अगर आप गठबंधन सरकार चलाना चाहते हैं, तब आपको अपने सहयोगियों को साथ लेकर चलना होगा।
सहयोगियों के बारे में प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर राकांपा प्रमुख एवं कृषि मंत्री शरद पवार के बयान के बारे में पूछे जाने पर तृणमूल नेता ने कहा कि इस विषय पर पार्टी की नेता ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया व्यक्त कर दी है। ऐसा कोई निर्णय जिसका दूरगामी प्रभाव पड़ता हो, उस पर गठबंधन सहयोगियों से सलाह की जानी चाहिए। गौरतलब है कि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि संप्रग सहयोगियों के बारे में प्रधानमंत्री के वक्तव्य से हमें पीड़ा पहुंची है। उनकी पार्टी ने कभी भी परेशानी खड़ी नहीं की।
प्रधानमंत्री ने संसद में हाल ही में कहा था कि मैं सम्मानीय सदस्यों को याद दिलाना चाहूंगा कि हमारा रास्ता आसान नहीं है। मुझे विश्वास है कि सदस्य भी इस बात को महसूस करेंगे कि जो मुश्किल फैसले हमें करने हैं वे इस बात से और मुश्किल हो जाते हैं कि हमारी गठबंधन सरकार है और हमें आम सहमति बनाए रखने की जरूरत को ध्यान में रखते हुए नीतियां बनानी पड़ती हैं। सिंह ने गठबंधन सहयोगियों को सलाह देते हुए कहा था कि यह संकीर्ण राजनीतिक दृष्टिकोण को त्यागने का समय है। यात्री किराये में वृद्धि नहीं बल्कि किसी और कारण से रेल मंत्री पद से हटाने संबंधी दिनेश त्रिवेदी के बयान के बारे में पूछे जाने पर कल्याण बनर्जी ने कहा कि इस बयान का कोई मतलब नहीं है और उनके (त्रिवेदी) के पूर्व के बयान के अनुरूप नहीं है।
तृणमूल नेता ने कहा कि त्रवेदी ने पहले ही मीडिया के समक्ष स्वीकार किया है कि यात्री किराये के बारे में उन्होंने ममता से सलाह नहीं की थी और रेल मंत्रालय रायटर्स बिल्डिंग से नहीं चलता है। उन्होंने कहा कि यह बयान सोच विचार कर दिया गया है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 21, 2012, 14:32