`पहली बार शहीद जवान के पेट में बम रखा गया`

`पहली बार शहीद जवान के पेट में बम रखा गया`

`पहली बार शहीद जवान के पेट में बम रखा गया`नई दिल्ली/रांची: झारखंड में नक्सलियों के हमले में शहीद हुए एक जवान के पेट में जिंदा बम रखे जाने की खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने गुरुवार को कहा कि ऐसी घटना पहली बार हुई है।

शिंदे ने यह भी कहा कि सुरक्षा बल वाम चरमपंथियों से निपटने के लिए कड़ी रणनीति अपना रहे हैं।

उन्होंने इस बात से इंकार किया कि झारखंड के लातेहार जिले में सोमवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 11 जवानों के शहीद होने से सुरक्षा जवानों का मनोबल गिरेगा। शिंदे ने कहा कि जो रणनीति अपनाई गई है वह नक्सलियों से मुकाबले के लिए पर्याप्त है। नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा, "इस तरह की घटना पहली बार हुई है।

शिंदे ने कहा कि सुरक्षा बल शहीद जवान के पेट में बम रखकर सिलाई करने की नक्सलियों की हरकत की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिवाइस को बाद में निष्क्रिय कर दिया गया।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ के पूर्व महानिदेशक विजय कुमार को नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा एवं विकास संबंधी मामलों का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है।

ज्ञात हो कि गत मंगलवार को लातेहार जिले में नक्सलियों ने गश्त कर रहे सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया था जिसमें सीआरपीएफ के 11 जवान शहीद हो गए थे।

जवान के पेट के अंदर जब बम होने का संदेह हुआ तब चिकित्सकों ने पुलिस को बुलाया। बम निरोधक दस्ते ने बम को निष्क्रिय कर दिया।नक्सलियों ने सीआरपीएफ के मददगार होने के संदेह में दो ग्रामीणों की भी हत्या कर दी थी।

उल्लेखनीय है कि झारखंड के 24 जिलों में से 18 में नक्सली सक्रिय हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, January 11, 2013, 09:21

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