Last Updated: Friday, January 11, 2013, 23:05

नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के इर्दगिर्द पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का बार-बार उल्लंघन किए जाने को ‘गंभीर चिंता’ का विषय बताते हुए भारत ने आज कहा कि दो सैनिकों की हत्या की भड़काने वाली कार्रवाई स्थिति में एक ‘निर्णायक मोड़’ है। नियंत्रण रेखा पर तीन दिनों की गोलीबारी के बाद तनाव बढ़ने के बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पर्याप्त सैनिक हैं और सरकार देश के हितों की रक्षा के लिए कदम उठा रही है।
प्रधानमंत्री कार्यालय में शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में नियंत्रण रेखा पर तनाव को लेकर विचार विमर्श किया गया। रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा ने पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दो भारतीय जवानों की जघन्य हत्या की स्थिति से अवगत कराया। एंटनी ने गुड़गांव में संवाददाताओं से कहा, ‘यह अपनी तरह का अकेला मामला नहीं है। पिछले एक वर्ष से यह बढ़ रहा है। संघर्ष विराम का उल्लंघन भी बढ़ रहा है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है और दो दिन पहले की त्रासद और भड़काऊ कार्रवाई इस मौके पर निर्णायक मोड़ है।’
सशस्त्र बलों के लिए एक आवासीय परियोजना के उद्घाटन समारोह से इतर रक्षा मंत्री ने कहा, ‘इस तरह संघर्ष विराम का बार-बार उल्लंघन और गोलीबारी गंभीर मसला है। हालांकि कश्मीर में पहले के मुकाबले हिंसा का स्तर घटा है, लेकिन घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।’ पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन किए जाने और नियंत्रण रेखा के पास व्यापार के लिए दरवाजा बंद कर दिए जाने के बाद तनाव के स्तर में वृद्धि होने के बीच भारतीय सेना अधिकतम सतर्कता बरत रही है।
एंटनी ने कहा, ‘हम पूरे घटनाक्रम और अपनी पूरी सीमा पर करीबी नजर बनाए हुए हैं तथा भारतीय सेनाएं चौकस हैं।’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सेना अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) संपर्क में हैं। एंटनी ने कहा, ‘उस बातचीत के नतीजे आने दीजिए।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, January 11, 2013, 23:05