Last Updated: Friday, November 11, 2011, 13:44
नई दिल्ली : भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि वह पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री को ‘शांति पुरुष’ जैसे प्रमाण-पत्र देना बंद करें। मुख्य विपक्षी दल ने दावा किया कि खासकर पाकिस्तान के मामले में भारत सरकार की कथित गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कमजोर हो रही है। भाजपा ने संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में यह मुद्दा उठाने के संकेत दिए।
पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘जब मालदीव में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने पाकिस्तानी समकक्ष यूसुफ रजा गिलानी को ‘शांति पुरुष’ कह रहे थे, तब पाकिस्तान के ही गृह मंत्री रहमान मलिक यह बयान दे रहे थे कि जमात उद दावा आतंकवादी संगठन नहीं है और उसका प्रमुख हाफिद सईद सभी आरोपों से बरी हो चुका है।’
सिन्हा ने कहा, ‘एक बार सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति रहे जॉर्ज डब्ल्यु बुश को भी कुछ इसी तरह का प्रमाण-पत्र दिया था। हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे राष्ट्र प्रमुखों और विशेषकर पाकिस्तान के शासक (गिलानी) को इस तरह के प्रमाण-पत्र देना बंद करें।’ उन्होंने कहा कि संसद में भाजपा यह सवाल करेगी कि गिलानी को किस आधार पर सिंह ने ‘शांति पुरुष’ कहा।
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘26/11 के मुंबई हमलों के बाद भारत सरकार ने कड़े बयान दिए थे, लेकिन बाद में उसके रुख में नरमी आती गई। सिलसिलेवार तरीके से हुई गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी के कारण पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से भारत के खिलाफ प्रायोजित आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई पर असर पड़ रहा है और वह कमजोर हो रही है।’
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 11, 2011, 19:15