Last Updated: Monday, May 14, 2012, 14:29
अजमेर : पाकिस्तानी वैज्ञानिक खलील चिश्ती भारत में करीब दो दशक का वक्त गुजारने के बाद अपनी घर वापसी के लिहाज से सोमवार को नई दिल्ली रवाना हो गए। 82 वर्षीय चिश्ती हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं और 10 मई को उच्चतम न्यायालय ने उन्हें कुछ दिन के लिए पाकिस्तान जाने की इजाजत दी।
चिश्ती को आज यहां एक स्थानीय अदालत से अपना पासपोर्ट मिल गया और उसके बाद वह अपने भाई जमील चिश्ती तथा अन्य लोगों के साथ शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना हो गए। सामाजिक कार्यकर्ता कविता श्रीवास्तव ने कहा कि चिश्ती कल दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग जाएंगे और शेष औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वह पाकिस्तान की उड़ान भरेंगे। उन्होंने कहा कि उनका बेटा तारिक दिल्ली में उनका इंतजार कर रहा है। चिश्ती ने कहा कि यह उनके लिए खुशी का क्षण है।
शीर्ष अदालत के दिशानिर्देशानुसार चिश्ती पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट जमा करेंगे और एक नवंबर तक भारत लौट आएंगे। चिश्ती अपनी बीमार मां को देखने के लिए 1992 में अजमेर आए थे। हालांकि वह कथित तौर पर एक झगड़े में फंस गए, जिसमें उनके एक रिश्तेदार की मौत हो गई। शीर्ष अदालत ने अंतत: नौ अप्रैल को उन्हें जमानत दी और तब से वह अजमेर में अपने भाई के परिवार के साथ रह रहे थे।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 14, 2012, 19:59