Last Updated: Saturday, August 25, 2012, 22:21

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने आज पूर्व टीम अन्ना को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और भाजपा प्रमुख नितिन गडकरी के आवासों के बाहर कल प्रदर्शन करने की योजना को लेकर चेताया है। उधर, कोयला ब्लाक आवंटन मुद्दे पर विपक्षी दल पर निशाना साधने के विषय पर कार्यकर्ताओं में मतभेद उभर आए हैं।
पुलिस ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ संगठन को जंतर मंतर पर धरना की अनुमति देने से इंकार कर दिया। कार्यकर्ताओं की योजना थी कि वे जंतर मंतर से ही घेराव के लिए जाएंगे। पुलिस ने संगठन के सदस्यों से कानून का पालन करने के लिए कहा है।
प्रधानमंत्री के रेसकोर्स रोड स्थित आवास और गडकरी के आवास का घेराव करने की घोषणा करने के दो दिन बाद केजरीवाल ने आज कहा कि वे सोनिया गांधी और छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश और ओड़िशा के मुख्यमंत्रियों (क्रमश: रमन सिंह, शिवराज सिंह चौहान और नवीन पटनायक) के आवास के बाहर भी प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच, भाजपा को निशाना बनाने को लेकर कार्यकर्ताओं में मतभेद उस समय सामने आ गया जब किरन बेदी ने बयान दिया कि उन्हें सत्ता में मौजूद दल पर ही ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। हालांकि किरन और केजरीवाल दोनों ने मतभेद कमतर करने की कोशिश की।
किरन ने ट्वीट किया, मैं केजरीवाल की जंतर मंतर रैली को पूरा समर्थन देती हूं। मुझे लगता है कि हमें सत्ता में मौजूद दल पर ध्यान देने की जरूरत है लेकिन मैं उनके (केजरीवाल) और अन्य सदस्यों के सभी को निशाना बनाने के विचार का सम्मान करती हूं। यह भ्रष्टाचार के खिलाफ एकीकरण का समय है। अगर हम बंट जाएंगे तो भ्रष्ट खुद को बचाकर सत्ता में बने रहेंगे। केजरीवाल ने कहा कि किरन पूरी तरह से उनके साथ हैं और किसी भी मुद्दे पर दो नजरिये हो सकते हैं लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि उनका (किरन) दृष्टिकोण थोड़ा अलग है।
केजरीवाल ने कहा, हम उनके दृष्टिकोण का स्वागत करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि कांग्रेस की जगह भाजपा को लाने से, क्या स्थिति बदलेगी? क्या भाजपा या समाजवादी पार्टी हमें बेहतर भविष्य दे सकती हैं। मुझे लगता है कि वे ऐसा नहीं कर सकते।’’ केजरीवाल ने इस प्रदर्शन की घोषणा करते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस और भाजपा की कोयला ब्लाक आबंटन मुददे पर मिलीभगत है।
इस बीच, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (नयी दिल्ली) केसी द्विवेदी के 23 अगस्त के पत्र को आज इंडिया अगेंस्ट करप्शन के फेसबुक पेज पर सार्वजनिक किया गया।
द्विवेदी ने पूर्व टीम अन्ना के एक सदस्य कुमार को लिखे एक पत्र में कहा है कि उन्हें सिंह और गडकरी के आवास का घेराव किए जाने के बारे में मीडिया से जानकारी मिली है तथा इन इलाकों में निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा, इसके प्रावधानों का उल्लंघन होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह आयोजक के हलफनामे की शर्तों के खिलाफ होगा, इसलिए यह आप पर निर्भर है कि आप अपने संगठन को ऐसी किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल होने से रोकें जो कानून व्यवस्था में खलल डालता हो। जंतर मंतर पर उनके पहले के प्रदर्शन के दौरान हुए सात उल्लंघनों का उल्लेख करते हुए द्विवेदी ने कहा कि पुराने अनुभव को देखते हुए उनके आश्वासन पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि वह हलफनामे की शर्तों के मुताबिक नेताओं और कार्यकर्ताओं की कार्रवाई के बारे में निर्देश देने के लिए सक्षम नहीं हैं।
उन्होंने कहा, यह जरूरी है कि हलफनामे को आपके संगठन का ऐसा व्यक्ति तैयार करे, जो प्रस्तावित धरना में भाग लेने वाले हर किसी व्यक्ति पर नियंत्रण रख सकता हो। पत्र में कहा गया है कि कुमार वक्ताओं और प्रदर्शन में शामिल होने वाले लोगों पर नियंत्रण नहीं रख सके। उन्होंने 25 जुलाई से लेकर तीन अगस्त तक प्रदर्शन किए जाने के लिए हलफनामा दिया था।
द्विवेदी ने कहा कि हलफनामे का पालन नहीं करते हुए प्रदर्शनकारियों ने समूचे जंतर मंतर रोड पर कब्जा कर लिया था, जिसके चलते यातायात प्रभावित हो गया था। उन्होंने बगैर इजाजत के 29 जुलाई को इंडिया गेट तक मार्च किया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 25, 2012, 14:30