Last Updated: Tuesday, July 23, 2013, 21:52

नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी के खिलाफ नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमर्त्य सेन के विचारों का समर्थन करते हुए जदयू ने मंगलवार को कहा कि मोदी प्रधानमंत्री बनने के लिए फिट नहीं हैं और राष्ट्रीय स्तर पर उनके आगाज ने ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटका कर बेमतलब के मुद्दों पर ला दिया है।
‘कुत्ते के बच्चे’ और ‘बुर्का’ वाले मोदी के बयान पर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग का हवाला देते हुए जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा, ‘गुजरात का यह व्यक्ति जब से राष्ट्रीय पटल पर आया है, उस वक्त से ड्रामा शुरू हो गया है।’ मोदी को भाजपा की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद यादव की पार्टी जदयू ने भाजपा से नाता तोड़ लिया था।
यादव ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं से जनता का ध्यान भटकाने के लिए मोदी को जिम्मेदार करार दिया और कहा कि दोनों प्रमुख पार्टियां बेमतलब के मुद्दों पर भिड़ रही हैं।
जदयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने मोदी को राष्ट्रीय नेता के तौर पर पेश करने को हास्यास्पद बताया और कहा कि वह ‘प्रधानमंत्री बनने के लिए फिट नहीं हैं।’
त्यागी ने कहा, ‘उनकी अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें उनकी जगह दिखा दी है।’ चौहान द्वारा मध्य प्रदेश में चलाए जा रहे चुनाव प्रचार अभियान में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में गुजरात के मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं लगायी गयी थी।
जदयू प्रवक्ता ने चौहान और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के इस बयान का स्वागत किया कि लाल कृष्ण आडवाणी अब भी पार्टी के सबसे कद्दावर नेता हैं ।
यादव ने भी कहा कि वह मोदी पर अमर्त्य सेन के विचारों से सहमत हैं। जदयू अध्यक्ष ने कहा, ‘मैं उनके बयान का स्वागत करता हूं। यदि मोदी को नहीं लाया गया होता तो भाजपा के साथ हमारा गठबंधन नहीं टूटा होता।’
गौरतलब है कि सोमवार को सेन ने कहा था कि एक भारतीय नागरिक होने के नाते वह प्रधानमंत्री के रूप में मोदी को पसंद नहीं करेंगे। मोदी के कथित आर्थिक मॉडल को खारिज करते हुए सेन ने कहा था, ‘अल्पसंख्यकों को सुरक्षित महसूस कराने के लिए उन्होंने पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 23, 2013, 21:52