Last Updated: Sunday, May 26, 2013, 13:45
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कल तीन दिवसीय जापान यात्रा पर रवाना हो रहे हैं जहां वह असैन्य परमाणु सहयोग पर द्विपक्षीय समझौते को जल्द अंतिम रूप देने और दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग को नया आयाम देने पर चर्चा करेंगे। इस यात्रा के दौरान सिंह अपने जापानी समकक्ष शिंजो अबे के साथ आपसी हितों से जुड़े विविध विषयों पर चर्चा करेंगे। दोनों देश सामरिक संबंधों और वैश्विक गठजोड़ को मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
यह दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच स्थगित वाषिर्क शिखर सम्मेलन है जो पहले पिछले वर्ष नवंबर में हुआ था। प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, पुलक चटर्जी, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव और अन्य अधिकारी भी जायेंगे।
गौरतलब है कि असैन्य परमाणु सहयोग करार पर बातचीत में मार्च 2011 में फुकुशिमा परमाणु हादसे के बाद से कोई प्रगति नहीं हुई है। विदेश सचिव रंजन मथाई ने कहा, ‘‘ समझौते में हमेशा कुछ समय लगता है.. चर्चा को हाल में कुछ गति मिली है लेकिन समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले कई चरणों से गुजरना होता है। मैं कोई तिथि निर्धारित नहीं कर रहा हूं लेकिन हम निश्चित तौर पर आगे बढ़ना चाहते हैं।’’ विदेश सचिव का बयान इस बात का संकेत है कि इस विषय पर अभी और काम किया जाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस क्षेत्र में इस वर्ष के अंत तक और आगे बढ़ना चाहते हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या भारत ने परमाणु सुरक्षा के विषय पर जापान के साथ चर्चा की, उन्होंने कहा, ‘‘ जब भी हम किसी देश के साथ असैन्य परमाणु सहयोग पर चर्चा करते हैं ,तो सुरक्षा एक ऐसा विषय है जिस पर हम हमेशा चर्चा करते हैं ।’’ मथाई ने कहा, ‘‘ और वर्तमान माहौल में सुरक्षा स्वभाविक तौर पर किसी भी देश के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उच्च प्राथमिकता का विषय है। निश्चित तौर पर जापान के साथ हम इस विषय पर विस्तृत चर्चा करेंगे।’’ जापानी अधिकारियों ने इस बात पर सहमति जतायी कि तोक्यो परमाणु सुरक्षा पर चिंताओं के बीच परमाणु सहयोग करार के लिए प्रतिबद्ध है।
जापान ने जहां भारत.अमेरिकी परमाणु करार और अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी प्रतिबंधों से भारत को मिली छूट का समर्थन किया है। वहीं जापान को देश की परमाणु अप्रसार लाबी के इस बारे में कड़े विरोध के कारण राजनीतिक समर्थन हासिल करने में कठिनाई पेश आ रही है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 26, 2013, 13:45