Last Updated: Thursday, August 2, 2012, 15:46

ज़ी न्यूज ब्यूरो
पुणे: पुणे शहर के व्यस्ततम जेएम रोड पर बुधवार शाम को कम तीव्रता वाले चार बम धमाकों के एक दिन बाद पुलिस ने गुरुवार को ब्लास्ट के इस केस में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डेक्कन जिमखाना पुलिस स्टेशन ने आईपीसी की धारा 120-बी और 427 तथा विस्फोटक अधिनियम एवं गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) कानून के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। वहीं, पुणे क्राइम ब्रांच इन सीरियल बम धमाकों की जांच करेगी।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने आज कहा कि जांच एजेंसियां यह पता लगाने के लिए हर पहलू से जांच कर रही हैं कि क्या बीती रात शहर में हुए कम तीव्रता के बम विस्फोटों के पीछे किसी आतंकवादी संगठन का हाथ था । केंद्र सरकार ने पुणे में कल हुए सिलसिलेवार धमाकों को सुनियोजित और समन्वित कार्रवाई करार दिया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, कल शाम विस्फोट में घायल हुए एक शख्स को पुलिस ने क्लीनचिट दे दी है। पहले इस शख्स को प्रमुख संदिग्ध समझा जा रहा था। इस व्यक्ति का नाम दयानंद पाटिल है, जो पेशे से दर्जी है। वह बाल गंधर्व थियेटर के सामने विस्फोट में घायल हो गया था। आज सुबह उसे ससून अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन पुणे क्राइम ब्रांच ने आगे की पूछताछ के लिए उसे हिरासत में रखा है। जांच के सिलसिले में पाटिल की पत्नी को भी पुलिस स्टेशन बुलाया गया है।
इस बीच, केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे में हुए विस्फोटों को सुनियोजित और पूरे तालमेल से किया गया वारदात बताया है। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने आज कहा कि फोरेंसिक विशेषज्ञ दो आईईडी और चार धमाकों की पकृति के बारे में जांच कर रहे हैं। सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि विस्फोट 500 मीटर के क्षेत्र में और 45 मिनट के भीतर हुए हैं। इससे ऐसा लगता है कि यह समन्वित कार्रवाई है। मेरा मानना है कि यह सुनियोजित ढंग से किया गया। सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के दल आज सुबह पुणे पहुंच गए और विस्फोटकों की जांच कर रहे हैं।
पाटिल ने यहां जेएम रोड पर चारों विस्फोट स्थलों का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते, शहर की अपराध शाखा और केंद्रीय एजेंसियों की जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि क्या यह आतंकी कार्रवाई थी या नहीं। पुणे में बीती रात व्यस्ततम जे एम रोड पर कम तीव्रता के चार बम विस्फोट हुए। ये विस्फोट बालगंधर्व थिएटर, देना बैंक की शाखा, मैक्डोनल्ड के रेस्तरां और गरवारे ब्रिज के समीप हुए।
यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोट के पीछे ‘भगवा आतंकवाद’ है, उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और अभी कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बालगंधर्व थिएटर के समीप हुए विस्फोट में घायल व्यक्ति दयानंद पाटिल का इलाज किया जा रहा है। उसे मामूली चोटें आई हैं।
बताया जाता है कि समीपवर्ती उरूली कंचन गांव का रहने वाला पाटिल बालगंधर्व थिएटर के पास उस जगह पर गया था जहां ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन’ का धरना चल रहा था। पाटिल की हालत में सुधार बताया जाता है। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि पाटिल जैसे ही धरना स्थल से आगे गया, वैसे ही विस्फोट हो गया। प्रतीत होता है कि विस्फोटक उसके थले में रखा था। अपुष्ट खबरों में कहा गया है कि छोटे डिटोनेटरों और पेन्सिल सेल की मदद से किए गए इस विस्फोट के लिए अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग किया गया होगा। पुलिस ने आईएसी कार्यकर्ताओं को सुरक्षा कारणों के चलते धरना खत्म करने के लिए परामर्श भी जारी किया है।
शहर में जनजीवन देर रात को सामान्य हुआ क्योंकि विस्फोटों से बड़े पैमाने पर नुकसान नहीं हुआ। पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और बिना किसी डर के अपना काम जारी रखने की अपील की है।
First Published: Thursday, August 2, 2012, 15:46