Last Updated: Wednesday, May 2, 2012, 13:19
नई दिल्ली : सरकार ने माना कि सेना एवं वायुसेना को अपने पुराने हो चुके चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों के मौजूदा बेड़े को बदलने की जरूरत है। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने राज्यसभा को बताया कि सेना और वायुसेना के लिए 197 टोही और निगरानी हेलीकॉप्टरों की वैश्विक खरीद के आधार पर और 187 हल्के हेलीकॉप्टरों को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की डिजाइन एवं विकास परियोजना के तहत खरीद प्रस्तावों पर कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने पीयुष गोयल और विजय जवाहरलाल दर्डा के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि वर्ष 1971.72 से लेकर 19 अप्रैल 2012 तक 482 मिग विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। इन दुर्घटनाओं में 171 पायलटों, 39 नागरिकों, आठ सैन्य कर्मियों और वायुसेना के एक कर्मी की जान गई। इन हादसों के पीछे मानवीय त्रुटि और तकनीकी खराबी दोनों थे।
एंटनी ने बताया कि वर्ष 1966 से लेकर 1980 तक विभिन्न श्रृंखलाओं के कुल 872 मिग विमान खरीदे गए थे। मिग श्रृंखला के पायलटों के प्रारंभिक बैच को प्रशिक्षण पूर्व सोवियत संघ में दिया गया। बाद में यह प्रशिक्षण भारत में दिया जाने लगा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 2, 2012, 18:49