पूरा हुआ आंदोलन का मकसद, घेराव खत्म : केजरीवाल

पूरा हुआ आंदोलन का मकसद, घेराव खत्म : केजरीवाल

पूरा हुआ आंदोलन का मकसद, घेराव खत्म : केजरीवालज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

नई दिल्ली : कोलगेट मामले को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष नितिन गडकरी के आवासों का घेराव करने जा रहे इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्यों के खिलाफ बल का प्रयोग किए जाने पर टीम अन्ना के पूर्व सदस्य अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस को निशाने पर लिया।

इसके साथ ही केजरीवाल ने अपने समर्थकों से प्रदर्शन खत्मे करने की अपील की है। कृष्ण मेनन मार्ग पर पुलिस की तरफ से की गई हवाई फायरिंग के बाद केजरीवाल ने यह अपील की।

केजरीवाल ने ऐलान किया कि उनके आंदोलन का मकसद पूरा हुआ। वह देश की जनता को बताना चाहते थे कि कोयला घोटाला में कांग्रेस और भाजपा मिली हुई हैं।

केजरीवाल को रविवार को दूसरी बार हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया। हालांकि प्रशांत भूषण और और आईएसी के अन्य सदस्य अभी भी पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में हिरासत में हैं।

इसके पहले केजरीवाल ने जंतर मंतर से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से सवाल पूछे और उनसे देश की जनता को इनके जवाब देने के लिए कहा।

केजरीवाल के भाषण के साथ ही प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास, सोनिया गांधी और नितिन गडकरी के आवास को घेरने के लिए मार्च किया। केजरीवाल के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों की भीड़ अकबर रोड पहुंची तो उस पर आंसू गैस के गोले, पानी की बौछारें छोड़े गए और पुलिस ने केजरीवाल को समर्थकों सहित हिरासत में ले लिया जहां से उन्हें मंदिर मार्ग थाने पहुंचाया गया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।

केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं यहां बात करने आया था और मुझे गिरफ्तार कर लिया गया।’ इससे पूर्व जंतर मंतर पर केजरीवाल ने कोयला घोटाले के संबंध में प्रधानमंत्री से 11 सवाल और गडकरी से 10 सवाल पूछे और कहा कि प्रधानमंत्री और नितिन गडकरी देश की जनता को इसका जवाब दें। उन्होंने कहा, ‘सारी पार्टियां आपस में मिली हुई हैं और राजनीतिक दल मिलकर देश को लूट रहे हैं।’

केजरीवाल ने मांग की कि कोयले के सारे लाइसेंस रद्द किए जाएं। उन्होंने कहा, ‘कोल ब्लॉक आवंटन में प्रति टन के हिसाब से रिश्वत ली गई है जिसकी रकम सवा लाख करोड़ रुपए तक पहुंचती है।’ उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि कोयला सचिव के बार-बार पत्र लिखने के बावजूद किन कारणों से उनकी बात नहीं मानी गई। उन्होंने भाजपा, माकपा, बीजद के मुख्यमंत्रियों की गलत सलाह क्यों मानी।

इससे पहले रविवार सुबह भी पुलिस ने अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, कुमार विश्वास और संजय सिंह को हिरासत में लिया था। हालांकि आधे घंटे बाद ही इनको रिहा कर दिया गया था।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास की ओर से जाने वाले रास्तों को बंद कर दिए जाने के बाद केजरीवाल ने अपनी रणनीति बदल दी। उन्होंने समर्थकों से प्रधानमंत्री कार्यालय का घेराव करने को कहा। इसके बाद समर्थक वहां पहुंच गए। पुलिस को पता नहीं था कि अन्ना समर्थक प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच जाएंगे।

First Published: Sunday, August 26, 2012, 14:22

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