Last Updated: Saturday, February 25, 2012, 06:37
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत को पोलियोग्रस्त देशों की अपनी सूची से बाहर कर दिया है। मंत्री ने यह घोषणा विज्ञान भवन में आयोजित पोलियो सम्मेलन 2012 में की। सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी हिस्सा लिया।
आजाद ने कहा, 'डब्ल्यूएचओ ने पोलियो ग्रस्त देशों की सूची से भारत का नाम हटा दिया है। पिछले एक साल में देश में पोलियो का एक भी मामला सामना नहीं आया। इस उपलब्धि को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने सूची से भारत का नाम हटाया है।' इस मौके पर वहां उपस्थित मनमोहन सिंह ने पोलियो के उन्मूलन में योगदान देने के लिए स्वयंसेवकों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि के असली हकदार स्वयंसेवक हैं।
सम्मलेन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'इस उपलब्धि के असली हकदार 23 लाख स्वयंसेवक हैं जिन्होंने अक्सर मौसम की खराब दशाओं में दूरदराज के इलाकों में बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई।'
उन्होंने कहा, 'मैं प्रत्येक स्वयंसेवक के समर्पण, प्रतिबद्धता एवं निस्वार्थ सेवा की प्रशंसा करता हूं।' आजाद ने कहा कि पहले जहां साल में पोलियो के दो लाख मामले सामने आते थे वहीं पिछले एक साल में पोलियो के एक भी मामले नहीं आए।
आजाद ने कहा, 'हमने एक लड़ाई जीती है, लेकिन पूरी लड़ाई अभी जीतनी बाकी है। हमें पुराने जोश के साथ ही आगे बढ़ना है, ताकि 2014 में भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित किया जा सके।' स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने पोलियो के किसी भी मामले से तुरंत निपटने के लिए एक योजना बनाई है, जिसे देश में सभी राज्यों में लागू किया जाएगा।
भारत को जहां पोलियो ग्रस्त देशों की सूची से बाहर किया गया है, वहीं पाकिस्तान, नाइजीरिया और अफगानिस्तान अभी डब्ल्यूएचओ की पोलियो ग्रस्त देशों की सूची में शामिल है। इस सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और रोटरी इंटरनेशनल ने संयुक्त रूप से किया था जिसमें यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ सहित पोलियो उन्मूलन से जुड़े अन्य संगठनों एवं व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, February 26, 2012, 00:21