Last Updated: Thursday, July 5, 2012, 22:48

अहमदाबाद: राष्ट्रपति पद के लिए संप्रग के उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि उन्हें राष्ट्रपति की बजाय प्रधानमंत्री नहीं बन पाने का कोई अफसोस नहीं है।
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस को उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने की बजाय प्रधानमंत्री बनाना चाहिए था, मुखर्जी ने कहा, ‘नहीं, नहीं, मुझे जो मिला वह पर्याप्त है।’ राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार करने आये मुखर्जी ने यहां कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस और राकांपा विधायकों से मुलाकात की।
इस संभावना के बारे में पूछे जाने पर कि मुखर्जी की उम्मीदवारी पर अपनी आपत्तियां निर्वाचन अधिकारी की ओर से खारिज होने के बाद क्या उनके प्रतिद्वंद्वी पीए संगमा चुनाव आयोग के पास जा सकते हैं, मुखर्जी ने कहा, ‘मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी। प्रत्येक पार्टी को अपना प्रतिनिधित्व करने का अधिकार है।’
भाजपा, बीजद और अन्नाद्रमुक समर्थित संगमा ने मुखर्जी का नामांकन लाभ के पद नियम के आधार पर खारिज करने की मांग की थी जिसे निर्वाचन अधिकारी ने खारिज कर दिया था। संगमा का आरोप था कि मुखर्जी भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्यक्ष के रूप में पहले से ही लाभ के एक पद पर काबिज हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 5, 2012, 22:48