Last Updated: Sunday, July 29, 2012, 15:50
नई दिल्ली : शिक्षा में आमूलचूल सुधार के तमाम प्रयासों के बावजूद 2010-11 में प्राथमिक कक्षा के स्तर पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और मुस्लिम समुदाय के छात्रों के दाखिले में गिरावट दर्ज की गई है।
राष्ट्रीय शिक्षा योजना और प्रशासन विश्वविद्यालय (एनयूईपीए) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे देश में 2009-10 में पहली से पांचवीं कक्षा में अनुसूचिज जाति वर्ग के बच्चों का दाखिले का प्रतिशत 19.81 था जो 2010-11 में घटकर 19.06 प्रतिशत रह गया।
इसी प्रकार से प्राथमिक कक्षाओं में अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों के दाखिले का प्रतिशत 2009-10 में 10.93 प्रतिशत था जो 2010-11 में घटकर 10.70 प्रतिशत रह गया। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के बच्चों का दाखिले का प्रतिशत 2009-10 में 42.15 था जो 2010-11 में घटकर 40.09 प्रतिशत रह गया।
रिपोर्ट के अनुसार, प्राथमिक कक्षाओं में मुस्लिम समुदाय के बच्चों के दाखिले का प्रतिशत 2009-10 में 13.48 था जो 2010-11 में घटकर 13.04 प्रतिशत रह गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2010-11 में प्राथमिक कक्षाओं में सम्पूर्ण दाखिले में 18,01,576 की वृद्धि दर्ज की गई है । 2009-10 में पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक 13,34,05,581 छात्रों ने दाखिला लिया जो 2010.11 में बढ़कर 13,52,07,057 हो गया।
सरकारी स्कूलों में प्राथमिक कक्षाओं में दाखिले और प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने वाले सरकारी स्कूलों की हिस्सेदारी में करीब सवा दो प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है । 2009-10 की तुलना में 2010-11 में पहली से पांचवी कक्षा में दाखिला लेने वाले बच्चों की संख्या में 21 लाख 34 हजार 778 की कमी दर्ज की गई।
सरकारी स्कूलों में पहली से पांचवीं कक्षा 2009-10 में दाखिला लेने वाले बच्चों की तुलना में 2010-11 में 21,34,778 की कमी दर्ज की गई। 2009-10 में सरकारी स्कूलों में पहली से पांचवी कक्षा में 9,62,22,886 बच्चों ने दाखिला लिया जो 2010-11 में घटकर 9,40,88,108 रह गया। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा जैसे राज्यों में प्राथमिक कक्षाओं (पहली से पांचवीं कक्षा) में दाखिले में गिरावट दर्ज की गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2009.10 की तुलना में 2010-11 में सरकारी प्राथमिक स्कूलों की संख्या में 16,558 की वृद्धि दर्ज की गई। 2009-10 में सरकारी प्राथमिक स्कूलों की संख्या 1048046 थी जो 2010-11 में बढ़कर 1064604 हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार, साल 2009-10 में पूरे देश में प्राथमिक शिक्षा में सरकारी स्कूलों की हिस्सेदारी 80.37 प्रतिशत दर्ज की गई थी जो 2010-11 में घटकर 78.15 प्रतिशत रह गई।
एनयूईपीए की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2010-11 में देश में मान्यता प्राप्त मदरसा की संख्या 4473 दर्ज की गई जबकि इस अवधि में गैर मान्यता प्राप्त मदरसा की संख्या 2167 थी।
2010-11 में देश में निजी सहायता प्राप्त स्कूलों की संख्या 2,64,607 थी जो 2009.10 में 2,54,178 रही थी।
2010.11 में पूरे देश में 1,40,258 प्रथमिक स्कूल और 65,375 उच्च प्रथमिक स्कूल खोले गए।
रिपोर्ट में हालांकि कहा गया है कि छठी से आठवीं कक्षा में छात्रों के दाखिले में वृद्धि का रूख देखा गया है। छठी से आठवीं कक्षा में 2009-10 में 5,44,67,415 बच्चों ने दाखिला लिया था जो 2010.11 में बढ़ कर 5,78,44,942 दर्ज किया गया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 29, 2012, 15:50