Last Updated: Monday, February 6, 2012, 14:30
नई दिल्ली : एम्स में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही दो साल की फलक की मां को खोजने का दावा कर रही पुलिस का कहना है कि एक महिला ने उसकी मां को धोखा देकर उसका दूसरा विवाह करा दिया और उसके तीनों बच्चों को किसी और को सौंप दिया।
पुलिस ने जांच के दौरान फलक की 22 वर्षीय मां को धोखा देकर उसका दूसरा विवाह कराने के मामले में कल दो अन्य महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार महिला की पहचान लक्ष्मी के तौर पर हुई है। लक्ष्मी ने कथित तौर पर फलक को राजकुमार को सौंप दिया था । राजकुमार ने उसे अपनी प्रेमिका और कांता चौधरी को सौंप दिया था। इन दोनों ने एक अन्य महिला सरोज के साथ मिलकर फलक की मां के विवाह की साजिश की थी।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) छाया शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, फलक की मां को हम पीड़िता मान रहे हैं आरोपी नहीं। तीनों (साजिशकर्ताओं) ने मिलकर उसके पहले विवाह से जन्मे तीनों बच्चों को किसी और को सौंप दिया था। छाया शर्मा ने कहा, आरोपियों ने धोखे से फलक की मां का विवाह करा दिया और उन्होंने उसे आश्वासन दिया कि उसके बच्चों की पूरी देखभाल की जा रही है, और अगर उसका दूसरा पति राजी हो जाता है तो वह फिर अपने बच्चों के साथ रह सकती है। लक्ष्मी फलक की मां को बहलाकर उसे बिहार के मुजफ्फरपुर से दिल्ली बुलाने में सफल रही थी। फलक की मां अपने विवाह से खुश नहीं थी क्योंकि उसका पति एक कथित अपराधी था।
यह मामला जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्रकाश में आया और उसके बाद पुलिस इसके संबंध में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। फलक गत 18 जनवरी से एम्स में अपने जीवन के लिए जूझ रही है। उसे सिर में गंभीर घावों के अलावा दोनों हाथों में चोट और शरीर पर काटने के निशानों के साथ अस्पताल में लाया गया था।
फलक की अब तक दो सर्जरी भी की जा चुकी हैं लेकिन अभी भी उसकी हालत में कोई सुधार नहीं है और उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है।
एम्स के न्यूरोसर्जन डॉक्टर दीपक अग्रवाल ने बताया, वह ठीक से सांस नहीं ले पा रही है। इसलिए हमें उसे चार फरवरी की रात को उसे वापस वेंटीलेटर पर रखना पड़ा। उसके शरीर में संक्रमण और शरीर में फ्लूइड का अनुचित बहाव उसे वेंटीलेटर से हटाने नहीं दे रहा है। उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर है। जांचकर्ताओं का दावा है कि लक्ष्मी ने उन्हें यह कहकर भटकाने की कोशिश की कि उसकी मां ने अपने पति के मरने के बाद फलक को उसके पास छोड़ गई थी।
लेकिन पुलिस जैसे ही राजस्थान के झूनझूनू जिले में फलक की मां का पता लगाने में सफल हुई लक्ष्मी की पूरी कहानी झूठी साबित हो गई। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 7, 2012, 13:28