Last Updated: Monday, February 27, 2012, 14:46
नई दिल्ली : पिछले 41 दिनों से यहां एम्स अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही दो वर्षीय फलक का इलाज करने वाले डाक्टरों ने कहा कि उस पर इलाज का असर हो रहा है और उसकी हालत पहले से अच्छी लेकिन अब भी गंभीर है।
डॉ. दीपक अग्रवाल ने कहा, वह अपने हाथ पैर हिला डुला रही है और अपने आप थोड़ा थोड़ा आंख भी खोल रही है। पहले हम जब कष्टकारी विधि का इस्तेमाल करते थे तभी वह आंख खोलती थी। हमने उसे जीवनरक्षक प्रणाली से हटाया है, तब से चार घंटे से ज्यादा हो गए हैं और वह अपने आप सांस ले रही है।
उन्होंने कहा, इसके बाद भी उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर है। जब वह तीन चार दिन तक बिना कृत्रिम श्वसन उपाय के रह लेगी तब हम उसे गंभीर स्थिति से बाहर बता सकते हैं। फलक डॉ. अग्रवाल की ही निगरानी में है। उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया और उसके सिर, हाथ, शरीर पर जख्म के निशान थे। जब से उसे ट्रामा सेंटर के आईसीयू में भर्ती कराया गया तब से उसके पांच जीवन रक्षक ऑपरेशन हो चुके हैं।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि इस उम्र में उसे जिस तरह का जख्म है, उससे उबरने में उसे समय लगेगा। इसी बीच कई लोगों ने फलक को गोद लेने की इच्छा जतायी है। उनमें से अमेरिका और कनाडा के लोग भी हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 27, 2012, 20:16