Last Updated: Monday, January 30, 2012, 06:51
नई दिल्ली: एम्स के चिकित्सकों ने उस दो वर्षीय बच्ची की जान बचाने के लिए एक और सर्जरी की, जिसे बुरी तरह घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत अब भी गंभीर है।
मेडिकल रिपोर्ट में उसके सिर में पानी जमा होने का खुलासा होने के बाद चिकित्सकों को दोपहर में सर्जरी करने पर मजबूर होना पड़ा ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि उसकी हालत और गंभीर न हो।
उस बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के 13 दिन हो चुके हैं। जयप्रकाश नारायण एम्स ट्रामा सेंटर की सघन निगरानी इकाई में उसका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने कहा कि उसकी हालत जस की तस बनी हुई है और उसे आज तड़के फिर से कृत्रिम श्वास प्रणाली पर रखना पड़ा।
लड़की का इलाज कर रहे न्यूरोसर्जन डा. दीपक अग्रवाल ने कहा, ‘कुछ समय पहले हमने उसके मस्तिष्क की सर्जरी की थी। उसके मस्तिष्क में तरल पदार्थ जमा हो गया था और उसे बाहर निकालने की जरूरत थी। अगर हमने जल्द सर्जरी नहीं की होती हो यह उसके लिए प्राणघातक हो सकता था।’ गत 18 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद दो वर्षीय बच्ची की यह दूसरी सर्जरी की गई है।
उन्होंने कहा, ‘पहली सर्जरी मस्तिष्क से रक्त का थक्का हटाने के लिए की गई थी। उसे यहां भर्ती कराए जाने के तुरंत बाद इसे किया गया था।’डॉक्टर अग्रवाल ने कहा कि उसके मस्तिष्क से निकाले गए तरल पदार्थ के नमूने की जांच की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि क्या इसमें कोई संक्रमण है। बच्ची को सिर में गंभीर चोट के साथ अस्पताल में लाया गया था। उसके हाथ टूटे हुए थे, उसके शरीर पर काटने के निशान थे और उसके गाल को तपते लोहे से दाग दिया गया था।
उस बच्ची को एक युवती अस्पताल लेकर आई थी। उस युवती ने बच्ची की मां होने का दावा करते हुए कहा था कि बिस्तर से गिरने के कारण उसकी यह हालत है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, January 30, 2012, 20:38