फलक के खून में भी फैला संक्रमण, गंभीर - Zee News हिंदी

फलक के खून में भी फैला संक्रमण, गंभीर

नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले कुछ दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रही दो साल की बच्ची फलक की हालत नाजुक बनी हुई है। छाती और मस्तिष्क में पहले से ही संक्रमण का सामना कर रही फलक के रक्त में भी संक्रमण होने की बात सामने आई है। वहीं, मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी गत 31 जनवरी को बाल कल्याण समिति के समक्ष दिए गए माही के बयान के बाद हुई है। तीनों को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

 

एम्स के डाक्टरों के मुताबिक, फलक के रक्त में संक्रमण हो गया है। उसके मस्तिष्क और छाती में संक्रमण पहले से ही था। अब उसकी हालत और नाजुक हो गई है। एम्स के ट्रामा सेंटर में न्यूरोसर्जरी के एसोसिएट प्रोफेसर दीपक अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया, 'मस्तिष्क का संक्रमण अत्यंत ही खतरनाक होता है। अब फलक के जीवित बचने की सम्भावना 50 प्रतिशत से भी कम है। इलाज में कोई बदलाव करने की जरूरत है या नहीं, इसके लिए हम रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।' जीवन रक्षक उपकरण पर रखी गई फलक अपनी आंखें खोलती है और झपकाती है लेकिन वह कोमा में है। उसकी हालत की निगरानी कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि कई संक्रमणों के बावजूद फलक के प्रमुख अंग ठीक ढंग से काम कर रहे हैं।

 

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिणपूर्वी) अजय चौधरी ने पत्रकारों को बताया, 'संदीप, उसकी पत्नी पूजा और फलक को यहां लाने वाली किशोर लड़की माही के पिता जितेंद्र कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है।' उन्होंने बताया कि पूजा एक यौनकर्मी है और संदीप उसका पति है। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि छोटी बच्चों को किसने नुकसान पहुंचाया, इस पर पुलिस ने जवाब देने से इंकार किया। पुलिस ने बताया कि मामले में कई लोग संलिप्त है और सवालों के जवाब देने से जांच प्रभावित हो सकती है। पुलिस ने मामले में मानव तस्करी की आशंकाओं से भी इंकार नहीं किया है।

 

चौधरी ने यह भी बताया कि माही को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इसकी वजह से वह सदमे में रही। उसने जून 2011 में संगम विहार स्थित अपना घर छोड़ दिया और उसके बाद से वह लापता है। इसके बाद माही पूजा के सम्पर्क में आई। पूजा कोलकाता के सोनागाछी इलाके की यौनकर्मी है और वह अक्सर उसके पिता जितेंद्र के घर आया करती थी। पूजा बाद में माही को उत्तर प्रदेश के इटावा ले गई और उसे एक उम्रदराज व्यक्ति से शादी करने के लिए दबाव डाला। शादी से इंकार करने पर पूजा के पति संदीप ने माही के साथ कई बार बलात्कार किया।

 

पूजा और उसके पति संदीप बाद में माही को दिल्ली लेकर आए और दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका इलाके में उस पर वेश्यावृत्ति के लिए दबाव बनाया। यहां उसकी मुलाकात मामले में मुख्य आरोपी राजकुमार गुप्ता से हुई जिसने बाद में उसके साथ शादी की।

 

ज्ञात हो कि गत 18 जनवरी को माही ने फलक को सिर पर चोटों के निशान और चेहरे पर दांत से काटने के गहरे घाव के साथ एम्स में भर्ती कराया। फलक उसे अपने पति राजकुमार से मिली थी। फलक को भर्ती कराने के बाद वह मुम्बई के लिए रवाना हो गई। वहीं, राजकुमार को फलक लक्ष्मी से मिली। पुलिस की पूछताछ में लक्ष्मी ने बताया कि उसे यह बच्ची मुन्नी से मिली थी जो वास्तव में फलक की जैविक माता है। मुन्नी ने दावा किया कि उसके पति ने उसे और बच्ची को पिछले साल छोड़ दिया। (एजेंसी)

First Published: Friday, February 3, 2012, 08:49

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