Last Updated: Sunday, February 12, 2012, 13:11
नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले तीन सप्ताहों से जिंदगी और मौत से जूझ रही दो वर्षीय बच्ची फलक को सांस लेने में परेशानी होने पर उसे वापस वेंटीलेटर पर रखा गया है।
डॉक्टरों ने रविवार को यह जानकारी दी। एम्स के ट्रॉमा केंद्र में न्यूरोसर्जरी विभाग के सहायक प्रोफेसर दीपक अग्रवाल ने कहा, 'फलक के सीने का संक्रमण समाप्त होने और रक्त संक्रमण में भी कमी आने पर उसे वेंटीलेटर से हटा दिया गया था लेकिन रविवार को सांस लेने में कुछ तकलीफ होने पर उसे वापस वेंटीलेटर पर रख दिया गया।'
ज्ञात हो कि गत 18 जनवरी को 14 वर्ष की एक लड़की फलक को एम्स लेकर आई थी। अस्पताल में भर्ती किए जाते समय फलक के सिर पर चोट के गम्भीर निशान और चेहरे पर दांतों से काटे जाने के जख्म थे। लड़की जिसने फलक का माता होने का दावा किया, वह इस समय सुधार गृह में है।
वहीं, पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी राजकुमार गुप्ता सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले की जांच देह-व्यापार और मानव तस्करी से जोड़ कर भी कर रही है।
फलक के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि सीने और रक्त का संक्रमण कम हुआ है लेकिन मस्तिष्क का संक्रमण अभी भी चिंता का विषय है।
डॉक्टरों के मुताबिक फलक के स्वास्थ्य में मामूली सुधार हुआ है। अब तक उसकी तीन सर्जरी हो चुकी है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची का स्वास्थ्य स्थिर, लेकिन नाजुक है। अग्रवाल ने कहा, 'फलक की हालत नाजुक लेकिन स्थिर है।' (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 12, 2012, 18:41