Last Updated: Wednesday, June 20, 2012, 21:56
नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि माओवादी अपने गुटों में बच्चों को शामिल कर रहे हैं और उनके दस्ते बना रहे हैं। बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की वाषिर्क रिपोर्ट पिछले हफ्ते सुरक्षा परिषद में जमा की गयी। रपट के अनुसार नक्सलियों द्वारा खासकर छत्तीसगढ़ में और पड़ोसी राज्यों के कुछ जिलों में बच्चों को भर्ती करने और उनके इस्तेमाल की जानकारी मिली है।
आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से रिपोर्ट बताती है कि माओवादी सशस्त्र समूह बच्चों को भर्ती कर रहे हैं और प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्होंने अपना दायरा बढ़ाने के लिहाज से बच्चों के दस्ते और संगठन (बाल दस्ता, बाल संघम तथा बाल मंच) बनाए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि सूचना की पुष्टि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की 2010 की रिपोर्ट से होती है जिसमें संकेत दिया गया है कि नक्सली डरा धमकाकर और अपहरण कर बच्चों की भर्ती कर रहे हैं और उनका उपयोग संदेशवाहकों, खाना बनाने वालों आदि के तौर पर करते हैं।
रिपोर्ट में सलवा जुडूम द्वारा भी बच्चों की भर्ती की ओर इशारा किया गया है, जो फिलहाल निष्क्रिय है। गृह मंत्रालय के आंकड़ों का जिक्र करते हुए संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट कहती है कि 2011 में माओवादियों द्वारा लगातार स्कूलों पर हमलों के मामले सामने आते रहे और 2006 से 2011 के बीच माओवादियों के सशस्त्र समूहों ने 258 स्कूलों की इमारतें गिरा दीं, जिनमें अधिकतर छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार में थीं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 20, 2012, 21:56