Last Updated: Friday, May 3, 2013, 22:21
नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में 15 अप्रैल को जब चीनी सेना की पलटन ने भारतीय क्षेत्र में 15 किलोमीटर अंदर तक घुसपैठ की थी तब उसी दौरान चीनी सैनिक दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) के आसपास के तीन क्षेत्रों में काफी आगे तक आ गए थे।
सूत्रों ने यहां बताया कि पूर्वी लद्दाख में मानवरहित विमान द्वारा ली गयी तस्वीरों से पता चलता है कि जिस वक्त पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ हुई थी, चीनी पलटनें आसपास के तीन इलाकों में भारतीय क्षेत्र में काफी आगे तक पहुंच गयी थीं। सूत्रों ने बताया कि लेकिन शायद इस मुद्दे पर दबाव बढ़ने से चीनी सैनिक बाद में इन क्षेत्रों से वापस चले गए।
उल्लेखनीय है कि चीनी सैनिक 15 अप्रैल को भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे और उन्होंने राकी नाला पर पांच शिविर लगा लिए। इन शिविरों से महज 100 मीटर की दूरी पर भारतीय शिविर है। इस घुसपैठ के बाद भारत ने डीबीओ इलाके में अपने सैनिकों की गश्ती पर रोक लगा दी थी। यह क्षेत्र सेना के तीसरे डिवीजन के अंतर्गत आता है। सूत्रों ने बताया कि जिस खास इलाके में घुसपैठ हुई थी वह भारत तिब्बत सीमा पुलिस के अंतर्गत आता है और वही वहां गश्त करती है। 15 अप्रैल के बाद से दोनों पक्ष तीन फ्लैग मीटिंग कर चुके हैं लेकिन गतिरोध बना हुआ है। चीनी पक्ष ने बिना शर्त पीछा हटने की भारत की मांग ठुकरा दी है।
इन बैठकों में पीएलए ने मांग की कि भारत अपने बुनियादी ढांचा विकास कार्य ध्वस्त करें जिनमें दौलत बेग ओल्डी एयरफील्ड और वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप सड़क निर्माण है। भारत इस संबंध में चीन की मांग अस्वीकार कर चुका है। उसने उसके इस आरोप का भी खंडन किया कि मौजूदा स्थिति उसने पैदा की है। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 3, 2013, 22:21